बेंगलुरु में शुक्रवार रात एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब 33 वर्षीय हेड कांस्टेबल थिप्पन्ना अलुगुर ने बायप्पनहल्ली में ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
सुसाइड नोट में पत्नी और ससुर को ठहराया जिम्मेदार
उत्तर कर्नाटक के विजयपुरा जिले के सिंधगी शहर के हंडिगानुरू गांव के निवासी थिप्पन्ना ने आत्महत्या से पहले एक पेज का सुसाइड नोट लिखा। कन्नड़ भाषा में लिखे इस नोट में उन्होंने अपनी पत्नी पार्वती और ससुर यमुनप्पा पर मानसिक प्रताड़ना और धमकी का आरोप लगाया। थिप्पन्ना ने कहा कि उन्हें दोनों ने आत्महत्या के लिए मजबूर किया।
शादी के तीन साल बाद भी संतानहीन दंपती
थिप्पन्ना की शादी तीन साल पहले अपने ही गांव की पार्वती से हुई थी। दंपती बेंगलुरु के एक किराए के मकान में रहते थे, लेकिन उनके वैवाहिक जीवन में तनाव था। आत्महत्या से कुछ समय पहले थिप्पन्ना की पत्नी पार्वती के साथ तीखी बहस हुई। इसके बाद उनके ससुर यमुनप्पा ने उन्हें फोन कर धमकाया।
“मर जाओ, नहीं तो हम मार देंगे” – ससुर का आरोप
सुसाइड नोट में थिप्पन्ना ने लिखा कि शुक्रवार शाम 7:26 बजे उनके ससुर यमुनप्पा ने उन्हें फोन किया और 14 मिनट तक गाली-गलौज और धमकियां दीं। यमुनप्पा ने कथित तौर पर कहा, “तुम मर जाओ, नहीं तो हम तुम्हें मार देंगे।”
वर्दी में की आत्महत्या, मां ने दर्ज कराई शिकायत
घटना के वक्त थिप्पन्ना अपनी पुलिस की वर्दी पहने हुए थे। उनकी मां बसम्मा अलुगुर ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें ससुर और पत्नी पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है।
पुलिस कर रही मामले की जांच
रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि थिप्पन्ना पर किस तरह का मानसिक दबाव था और आरोपितों की भूमिका क्या रही।
यह दुखद घटना इस बात पर सवाल खड़ा करती है कि पारिवारिक विवाद किस हद तक लोगों को आत्मघाती कदम उठाने पर मजबूर कर सकते हैं।