भदोखर समाधान दिवस आरोप पर रायबरेली पुलिस ने स्पष्ट और कड़ा रुख अपनाया है। शनिवार, 10 मई को थाना भदोखर में आयोजित समाधान दिवस को लेकर सोशल मीडिया पर “खाली पड़ी कुर्सियों” के नाम से फैलाए जा रहे भ्रामक आरोपों को पुलिस ने सिरे से खारिज कर दिया है।

पुलिस मीडिया सेल द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उक्त आरोप असत्य, भ्रामक और निराधार हैं। समाधान दिवस के दौरान नायब तहसीलदार रमाशंकर मिश्रा, थाना प्रभारी निरीक्षक दयानन्द तिवारी सहित तहसील सदर और पुलिस स्टाफ ने निर्धारित समय पर मौजूद रहकर जनसुनवाई की। प्राप्त शिकायतों का पंजीकरण समाधान दिवस रजिस्टर में किया गया और उनका गुणवत्तापूर्ण निस्तारण भी सुनिश्चित किया गया।
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बयान में यह भी स्पष्ट किया गया है कि समाधान दिवस की प्रक्रिया से संबंधित सभी दस्तावेज संलग्न किए गए हैं, जो यह सिद्ध करते हैं कि सुनवाई में अधिकारी भी मौजूद थे, शिकायतकर्ता भी उपस्थित थे और कार्रवाई दर्ज की गई।

भदोखर समाधान दिवस आरोप फैलाने वालों को रायबरेली पुलिस ने सख्त चेतावनी दी है। मीडिया सेल ने कहा है कि जानबूझकर भ्रामक सूचना फैलाना एक दंडनीय अपराध है और यदि कोई व्यक्ति इस प्रकार की गलत सूचना प्रसारित करता है तो उसके विरुद्ध कठोरतम विधिक कार्रवाई की जाएगी।

यह घटनाक्रम यह दर्शाता है कि प्रशासन पारदर्शिता और सत्यता बनाए रखने को लेकर गंभीर है। साथ ही, यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि सोशल मीडिया या अन्य प्लेटफॉर्म्स पर भ्रामक खबरें फैला कर जनता को गुमराह न किया जाए।
पुलिस द्वारा दिए गए इस अल्टीमेटम के बाद अब यह स्पष्ट हो गया है कि किसी भी प्रकार की गैर-जिम्मेदार पत्रकारिता या अफवाह फैलाने की कोशिशें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।