भारतीय वायुसेना ने सेंट्रल थिएटर में जमीनी हमले और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EW) अभ्यासों के लिए एक महत्वपूर्ण आक्रमण अभ्यास शुरू किया है। यह अभ्यास भारत के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने और संभावित खतरों का सामना करने के लिए किया जा रहा है।
इस अभ्यास के तहत, विभिन्न ठिकानों से साजो-सामान को ले जाया गया है। वायुसेना के अधिकारियों का कहना है कि यह अभ्यास न केवल जमीनी हमलों की तैयारी को सुनिश्चित करेगा, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं को भी बढ़ाएगा।
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भारत के पाकिस्तान से सटे सभी बार्डर पर सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। इस समय, सभी सीमाओं पर लेवल 4 की सतर्कता लागू की गई है। यह कदम सुरक्षा बलों को किसी भी संभावित खतरे का सामना करने के लिए तैयार रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।
वायुसेना के इस अभ्यास में विभिन्न प्रकार के विमानों और उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, जमीनी बलों के साथ समन्वय भी महत्वपूर्ण है, ताकि किसी भी स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सके।
इस अभ्यास का उद्देश्य न केवल आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि भारतीय वायुसेना किसी भी प्रकार के हमले का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।