बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की ओर से उन्हें भेजे गए मानहानि के नोटिस पर पलटवार किया है. विजयवर्गीय ने अभिषेक बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा ‘मैं चोरों की धमकियों से नहीं डरता. ये बात सभी लोग जानते हैं कि वह बंगाल में क्या करते हैं. वहां हर गैर कानूनी गतिविधियां उनसे जुड़ी हुई हैं. मैं माफी नहीं मांगने वाला, ये लोग जल्द ही जेल जाएंगे.’
बता दें कि पश्चिम बंगाल में जहरीली शराब से 12 लोगों की मौत हो गई थी और उससे 35 लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी. घटना बुधवार नादिया जिले के नरसिंहपुर गांव में हुई. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि राज्य की सीआईडी ने नादिया जिला स्थित शांतिपुर के चौधरीपाड़ा इलाके से मुख्य आरोपी गणेश हलदर को पकड़ लिया. हलदर मामले में पकड़ा गया पांचवा शख्स है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार पुलिस को राज्य में जहरीली शराब की दुकानें चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. बर्द्धमान के कालना में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस निश्चित रूप से इस बात को देखे कि जहरीली शराब कहीं अन्य राज्यों से पश्चिम बंगाल तो नहीं लायी जा रही.’’
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय सहित बीजेपी के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने भी इस सिलसिले में शुक्रवार शांतिपुर का दौरा किया था. राज्य सरकार ने मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है.
इस बीच बीजेपी ने मांग की थी कि पश्चिम बंगाल को पूरी तरह से शराब मुक्त घोषित किया जाये और आरोप भी लगाया कि राज्य में जहरीली शराब से अर्जित पैसे को तृणमूल कांग्रेस को पहुंचाया जाता है. रॉय ने मांग की कि राज्य में शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए.
उन्होंने कहा था, ‘‘भाजपा शासित कई राज्यों ने शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा रखा है. आखिर ऐसा क्या है जो तृणमूल सरकार को पश्चिम बंगाल में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने से रोक रही है.’’ विजयवर्गीय ने कहा कि यह देखना दुखद है कि राज्य के युवा और उनके परिवार शराब कारोबार के चलते बर्बाद हो रहे हैं. उन्होंने पूछा था, ‘‘क्या शराब बिक्री तृणमूल के लिये धन का स्रोत है? क्या इसी वजह से राज्य में पुलिस और प्रशासन ने शराब की दुकानों को बेतहाशा बढ़ने दिया.’’