“विश्व प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। जानें उनकी उपलब्धियां और भारतीय संगीत में योगदान।”
लखनऊ। विश्व विख्यात तबला वादक, पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन की खबर से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। उनकी अद्वितीय कला और संगीत में योगदान को लेकर हर वर्ग में उनकी सराहना होती रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए इसे संगीत जगत के लिए “अपूरणीय क्षति” बताया है।
सीएम योगी ने अपने ‘X’ (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा:
“विश्व विख्यात तबला वादक, पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन अत्यंत दुःखद एवं संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को सद्गति एवं उनके शोकाकुल परिजनों और शोक संतप्त प्रशंसकों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
संगीत जगत में शोक की लहर
उस्ताद जाकिर हुसैन का योगदान भारतीय संगीत को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने में अतुलनीय है। उनकी तबला वादन की शैली ने भारत के पारंपरिक संगीत को नए आयाम दिए। उनके निधन के साथ ही एक युग का अंत हो गया है।
जाकिर हुसैन का योगदान
उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च 1951 को हुआ था। वे प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद अल्ला रक्खा के पुत्र थे। जाकिर हुसैन को उनके जीवन में कई सम्मान प्राप्त हुए, जिनमें पद्म श्री (1988) और पद्म विभूषण (2002) शामिल हैं। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फ्यूजन म्यूजिक को भी नई ऊंचाइयां दीं।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसैन ने अपनी कला के जरिए भारत की संस्कृति को नई पहचान दी। उनका निधन न केवल संगीत जगत बल्कि पूरे देश के लिए बड़ी क्षति है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल