Wednesday , April 23 2025

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नियम दरकिनार कर एक घंटे में बना तन्वी का पासपोर्ट

सोशल मीडिया पर मुस्लिम युवक की हिंदू पत्नी का पासपोर्ट न बनाए जाने का मामला तूल पकड़ने के बाद विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को तेजी दिखाई। लखनऊ के गोमती नगर स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में महिला तन्वी सेठ और उनके पति मोहम्मद अनस सिद्दीकी को बुलाकर नियमों को दरकिनार कर एक घंटे में पासपोर्ट दे दिया गया। तन्वी के पासपोर्ट के लिए उनके पति पर हिंदू धर्म अपनाने का आरोप जिस सीनियर अधीक्षक पर लगा, नोटिस देकर उसका तबादला कर दिया गया। हालांकि, आरोपित सीनियर अधीक्षक ने बताया कि उसने नियम के अनुसार ही पासपोर्ट प्रक्रिया के लिए तन्वी से उनके मुस्लिम धर्म अपनाने के बाद नए नाम सादिया हसन की जानकारी भी फार्म में भरने को कहा था। तन्वी सेठ ने 2007 में मोहम्मद अनस सिद्दीकी से शादी की थी। उनकी छह साल की बेटी है। दोनों नोएडा की एक मल्टीनेशनल कंपनी में तैनात हैं। मोहम्मद अनस ने 19 जून को अपने पासपोर्ट रिन्यूवल और तन्वी सेठ ने नए पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। बुधवार को दोनों दस्तावेज की प्रक्रिया पूरी करने के लिए रतन स्क्वायर स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र पहुंचे थे। आवेदन में पति का नाम मुस्लिम होने पर सीनियर अधीक्षक विकास मिश्र ने आपत्ति जताई। तन्वी का आरोप है कि विकास ने पहले तो नाम बदलने को कहा। फिर राजी न होने पर पति से हिंदू रीति के अनुसार सात फेरे लेने को कहा। कहा गया कि फेरे लेने के बाद ही यह शादी वैध मानी जाएगी और पासपोर्ट बन सकेगा। इस विवाद के बाद विकास मिश्र ने तन्वी की फाइल सहायक पासपोर्ट अधिकारी (एपीओ) के पास भेज दी। एपीओ विजय द्विवेदी ने तन्वी को बताया कि उन्होंने गलत काउंटर पर संपर्क किया था। एपीओ ने पूरी घटना की शिकायत भी दर्ज कराने को कहा था। सुषमा से की थी शिकायत- इस मामले की शिकायत तन्वी ने बुधवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से ट्विटर पर की थी। इसके बाद पासपोर्ट कार्यालय ने तेजी दिखाते हुए गुरुवार को एक घंटे के भीतर पासपोर्ट जारी कर दिया। बहुत दुख पहुंचा- तन्वी ने पासपोर्ट मिलने के बाद खुशी जताई। तन्वी और उनके पति जल्द ही लंदन जाएंगे। उन्होंने कहा कि गोमतीनगर स्थित कार्यालय के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा ने उनको पूरा सहयोग दिया। हालांकि, विकास मिश्र की बातों से उनको दुख पहुंचा है। उन्होंने सुषमा स्वराज को इसलिए शिकायत की जिससे फिर किसी के साथ ऐसा न हो। पासपोर्ट अधिकारी ने जताया खेद- क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा ने इस पूरे मामले में विभाग की ओर से खेद जताया है। उन्होंने कहा कि इससे विभाग की छवि खराब हुई है। कर्मचारियों की बार-बार काउंसिलिंग की जाती है कि वह पासपोर्ट आवेदकों से मधुर व्यवहार करें। सीनियर अधीक्षक का तबादला कर दिया गया है। उनको नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट विदेश मंत्रालय भेजी जाएगी। मैं नियम नहीं तोड़ सकता था- इस विवाद में जिस सीनियर अधीक्षक विकास मिश्र का नाम सामने आ रहा है, उन्होंने भी अंतरजातीय विवाह किया है। वह अपना पक्ष रखने के लिए गुरुवार को क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय पहुंचे। विकास मिश्र ने कहा कि एक तो तन्वी का पता नोएडा का था। इसलिए उनको गाजियाबाद पासपोर्ट सेवा केंद्र में अप्लाई करना चाहिए था। पासपोर्ट मैन्यूअल 2016 के तहत अंतरजातीय विवाह करने पर आवेदक को एक घोषणा पत्र पर केवल इतना लिखना होता है कि उसने जिससे शादी की है, उसका नाम व पता यह है। जबकि पासपोर्ट एक्ट 1967 के तहत नाम बदलने पर पासपोर्ट के आवेदन में लगे एक बाक्स में सही का निशान लगाकर दूसरा नाम भी जोड़ना पड़ता है। यहां तक कि घर का नाम भी बताया जाता है जिससे एक ही आदमी के अलग-अलग नाम से पासपोर्ट न बन सके। तन्वी के पति का नाम मुस्लिम होने पर मैंने यहीं कहा था कि यदि अंतरजातीय विवाह हुआ है तो उनको दूसरा नाम बताना चाहिए। तन्वी ने निकाह के बाद धर्म परिवर्तन कर लिया था। उनका नाम निकाहनामा में सादिया असद था। ऐसे में नाम आवेदन पर चढ़ाने के लिए उनको एपीओ के पास भेजा था। यह भी कहा था कि मैं नियम नहीं तोड़ सकता। यदि एपीओ स्वीकृति दे देंगे तो मैं आपके आवेदन की प्रक्रिया को मंजूर कर लूंगा। वहीं पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा कहते हैं कि विकास मिश्र के किसी और पासपोर्ट आवेदक के साथ अभद्रता करने की शिकायत नहीं मिली है। सोशल मीडिया पर आक्रोश- इस पूरे मामले ने सोशल मीडिया पर विदेश मंत्रालय की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया। लोगों ने सुषमा स्वराज को ट्वीट कर पूछा है कि क्या उनको भी एक घंटे के भीतर हाथ में ही पासपोर्ट मिल जाएंगे। लोगों ने आरोपित सीनियर अधीक्षक की कार्यप्रणाली की प्रशंसा की है।

सोशल मीडिया पर मुस्लिम युवक की हिंदू पत्नी का पासपोर्ट न बनाए जाने का मामला तूल पकड़ने के बाद विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को तेजी दिखाई। लखनऊ के गोमती नगर स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में महिला तन्वी सेठ और उनके पति मोहम्मद अनस सिद्दीकी को बुलाकर नियमों को दरकिनार कर …

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बिना सिम के भी कर सकेंगे मोबाइल से कॉल, DoT ने दी मंजूरी

मोबाइल यूजर्स को जल्द ही वाई-फाई नेटवर्क से वॉयस कॉल कनेक्ट करने का विकल्प मिलने लगेगा। जो विशेष रूप से खराब कॉल कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो सकता है। डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन (DoT) ने लाइसेंस शर्तों में संशोधन किया है। इसमें सेल्यूलर मोबाइल सर्विस और इंटरनेट टेलीफोनी सर्विस दोनों के लिए ही एक नंबर अलॉट किया जाएगा जिससे बिना सेल्यूलर नेटवर्क के वाई-फाई सर्विस द्वारा वॉयस कॉल करने को अनुमति मिलेगी। यह सर्विस मोबाइल यूजर को नजदीकी पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क के जरिए कॉल कनेक्ट करने में मदद करेगी। DoT ने टेलिकॉम कंपनियों से कहा है कि उन्हें सब्सक्राइबर्स को इस सर्विस से संबंधित डिटेल में जानकारी देनी आवश्यक है जिससे वो ठीक से निर्णय ले पाएं। इसके साथ ही DoT से सभी टेलिकॉम कंपनियों को वॉयस कॉल वाई-फाई से कनेक्ट करते समय एक दूसरे के डाटा नेटवर्क इस्तेमाल करने की भी इजाजत दे दी है। साथ ही अगर थर्ड पार्टी लाइसेंस खरीदती है तो उन्हें भी इस सर्विस की इजाजत मिल जाएगी। वहीं, DoT ने टेलिकॉम कंपनियों से यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि कंपनियां इस सर्विस से संबंधित सभी नियमों का पालन कर रही हैं। मोबाइल में बिना नेटवर्क भी कर पाएंगे वॉयस कॉलिंग, ट्राई ने दी मंजूरी यह भी पढ़ें कॉल्स की सफलता दर में होगी बढ़ोतरी: ट्राई के मुताबिक, यह सर्विस वॉयस कॉल का एक प्रभावी विकल्प साबित होगा। इससे वॉयस कॉलिंग की सफलता दर में बढ़ोतरी होने की पूरी उम्मीद है। खासतौर से यह सर्विस खराब या लो नेटवर्क क्षेत्रों में काफी कारगर साबित होगी जहां इंटरनेट सर्विस तो उपलब्ध रहती है लेकिन मोबाइल नेटवर्क नहीं आते हैं। वहीं, टेलिकॉम कंपनियों के विरोध पर ट्राई ने असहमति जताई है। ट्राई का कहना है कि इससे यूजर्स को कॉल करने के लिए ज्यादा विकल्प मिलेंगे।

मोबाइल यूजर्स को जल्द ही वाई-फाई नेटवर्क से वॉयस कॉल कनेक्ट करने का विकल्प मिलने लगेगा। जो विशेष रूप से खराब कॉल कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो सकता है। डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन (DoT) ने लाइसेंस शर्तों में संशोधन किया है। इसमें सेल्यूलर मोबाइल सर्विस और इंटरनेट टेलीफोनी सर्विस …

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Honor 7A, Honor 7C और Redmi Y2 में कौन है बेहतर, पढ़ें कम्पैरिजन

स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी हॉनर ने पिछले महीने भारत में दो स्मार्टफोन हॉनर 7A और हॉनर 7C को लॉन्च किए हैं। इन दोनों स्मार्टफोन्स को फ्लिपकार्ट और अमेजन पर एक्सक्लूसिवली लॉन्च किया गया है। कंपनी ने मिड बजट रेंज के ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए इन स्मार्टफोन्स को भारत में उतारा है। वहीं, भारतीय बाजार में पहले से ही दबदबा बनाने वाली कंपनी ने भी हाल ही में Redmi Y2 स्मार्टफोन लॉन्च किया है। पिछले एक महीने के आंकड़ें को देखें तो इन स्मार्टफोन्स को यूजर्स ने काफी सर्च किया है। कीमत Honor 7A को एक्सक्लूसिवली ई-कॉमर्स पोर्टल फ्लिपकार्ट से खरीदा जा सकता है। यह स्मार्टफोन 29 मई से ही सेल के लिए उपलब्ध है। इसकी कीमत 8,999 रुपये है। Honor 7C की बात करें तो इस स्मार्टफोन को एक्सक्लूसिवली अमेजन से खरीदा जा सकता है। यह स्मार्टफोन दो वेरिएंट 3 GB रैम + 32 GB मैमोरी और 4GB रैम + 64 GB मैमोरी में उपलब्ध है। 3 GB रैम वाले वेरिएंट की कीमत 9,999 रुपये है, वहीं 4 GB रैम वाले वेरिएंट की कीमत 11,999 रुपये है। कम बजट वाले रेडमी 6A और हॉनर 7C में कौन बेहतर, पढ़ें कम्पैरिजन यह भी पढ़ें Redmi Y2 के 32 GB स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 12,999 रुपये है। वहीं, 64 GB वेरिएंट की कीमत 12,999 रुपये है। इस फोन के साथ एयरटेल 1800 रुपये का इंस्टैंट कैशबैक दे रही है। साथ ही 240 GB डाटा भी फ्री दिया जा रहा है। स्पेसिफिकेशन्स Honor 7A Vs Honor 7C Vs Redmi 5A: फीचर्स और कीमत में कौन बेहतर यह भी पढ़ें Honor 7A एंड्रॉयड ओरियो 8.0 बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम ईएमयूआई 8.0 पर रन करता है। इसमें 5.7 इंच की एचडी प्लस आईपीएस एलसीडी डिस्प्ले दिया गया है। यह स्मार्टफोन ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 430 प्रोसेसर पर काम करता है। यह स्मार्टफोन एड्रेनो 505 जीपीयू पर रन करेगा। Honor 7C की बात करें तो यह स्मार्टफोन एंड्रॉयड ओरियो 8.0 पर आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम ईएमयूआई 8.0 पर रन करता है। इसमें 5.99 इंच का एचडी प्लस आईपीएस डिस्प्ले दिया गया है जिसके ऊपर 2.5डी कर्व्ड ग्लास लगा है। इसके प्रोसेसर की बात करें तो इसमें ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 430 प्रोसेसर दिया गया है। Redmi Y2 में 5.99 इंच का एचडी प्लस डिस्प्ले दिया गया है। यह फोन क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर से लैस है। यह फोन एंड्रॉयड 8.1 ऑरियो पर काम करता है जिसपर MIUI 9.5 की स्कीन दी गई है। कैमरा Honor 7A के कैमरे की बात करें तो इसमें 16 मेगापिक्सल और 2 मेगापिक्सल का ड्यूल रियर कैमरा दिया गया है। इसके अलावा 8 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा भी दिया गया है। Honor 7C के कैमरे की बात करें तो इसमें 16 मेगापिक्सल और 2 मेगापिक्सल का ड्यूल रियर कैमरा दिया गया है। इसके अलावा सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 8 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया गया है। Redmi Y2 के कैमरे की बात करें तो इसमें 16 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया गया है जो 2.0 माइक्रोन, एचडीआर और एलईडी फ्लैश से लैस है। इसके साथ ही 12 मेगापिक्सल और 5 मेगापिक्सल (डेप्थ सेंसर) का रियर कैमरा भी दिया गया है। 12 मेगापिक्सल वाला सेंसर एफ/2.2 अपर्चर, 1.25 माइक्रोन और पीडीएफ से लैस है। अन्य फीचर्स Honor 7A स्मार्टफोन 4जी कनेक्टिविटी के अलावा, ब्लूटूथ 4.2, वाई-फाई, फिंगरप्रिंट सेंसर, फेस अनलॉक जैसे फीचर्स से लैस है। यह स्मार्टफोन 3 कलर वेरिएंट ब्लैक, ब्लू और गोल्ड में उपलब्ध है। पावर के लिए 3000 एमएएच की बैटरी दी गई है। मैमोरी की बात करें तो इसमें 32GB की इंटरनल मैमोरी दी गई है जिसे माइक्रो एसडी कार्ड के जरिए 256 GB तक बढ़ाया जा सकता है। Honor 7C को पावर देने के लिए 3000 एमएएच की बैटरी दी गई है। यह स्मार्टफोन 4जी कनेक्टिविटी के अलावा, ब्लूटूथ 4.2, वाई-फाई, फिंगरप्रिंट सेंसर, फेस अनलॉक जैसे फीचर्स से लैस है। यह स्मार्टफोन दो वेरिएंट 3 GB रैम एवं 32 GB मैमोरी और 4GB रैम एवं 64 GB मैमोरी में उपलब्ध है। Redmi Y2 को पावर देने के लिए 3080 एमएएच की बैटरी दी गई है। यह स्मार्टफोन 4जी कनेक्टिविटी के अलावा, ब्लूटूथ 4.2, वाई-फाई, फिंगरप्रिंट सेंसर, फेस अनलॉक जैसे फीचर्स से लैस है।

स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी हॉनर ने पिछले महीने भारत में दो स्मार्टफोन हॉनर 7A और हॉनर 7C को लॉन्च किए हैं। इन दोनों स्मार्टफोन्स को फ्लिपकार्ट और अमेजन पर एक्सक्लूसिवली लॉन्च किया गया है। कंपनी ने मिड बजट रेंज के ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए इन स्मार्टफोन्स को भारत …

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वेदांता के बंद प्लांट में एसिड लीक, कंपनी ने गंभीर माना

वेदांता लिमिटेड ने कहा है कि तमिलनाडु में स्थित उसके कॉपर स्मेल्टर (तांबा गलाने) के टैंक से सलफ्यूरिक एसिड का लीक होना गंभीर है और उसे निष्क्रिय करने से पर्यावरण पर बुरा असर पड़ सकता है। जिला प्रशासन ने रविवार को कहा था कि तूतीकोरिन कस्बे के भीतर स्थित प्लांट में मामूली लीक हुआ है। सुरक्षा के लिहाज से एसिड से भरे टैंकों को खाली कराने के कदम उठाए जा रहे हैं। कंपनी ने बुधवार को मद्रास हाई कोर्ट सौंपी गई अर्जी में कहा है, "पाइप के किनारे में हुआ लीकेज बहुत गंभीर है। जिन टैंकों में एसिड भरा है उसके चारों तरफ एसिड जमा है। जमा एसिड में पाइप के किनारे डूब गए हैं।" वेदांता लंदन लिस्टेड वेदांता रिसोर्स की भारतीय सब्सिडीयरी है। कंपनी ने कहा है कि उसने सीमित विद्युत आपूर्ति की मांग की है। यह मांग जान जाने का खतरा और हवा एवं भूजल को होने वाली क्षति टालने के लिए की गई है। कंपनी ने कहा है, "गंभीर जोखिम और खतरा है। इसका कारण यह है कि प्लांट के क्षेत्र में और भी भरे हुए टैंक और ज्वलनशील रसायन एवं वस्तुएं हैं।" लेकिन जिले के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी संदीप नंदुरी मामूली लीक होने पर कायम हैं। उन्होंने कहा, "यह उनका विचार है और यह हमारा है। सुरक्षा के लिहाज से हम सभी टैंकों से सल्फ्यूरिक एसिड खाली करा रहे हैं।" इसी प्लांट के खिलाफ हुए प्रदर्शन में मारे गए थे 13 लोग- तमिलनाडु सरकार ने प्लांट को स्थायी रूप से बंद करने का आदेश दिया है और पिछले महीने ही इसकी बिजली आपूर्ति भी बंद की जा चुकी है। राज्य सरकार ने प्लांट के खिलाफ हुए प्रदर्शन के बाद यह कदम उठाया था। क्षेत्र में प्रदूषण फैलने के खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद प्रदर्शनकारियों पर पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी। पुलिस फायरिंग में 13 लोग मारे गए थे।

वेदांता लिमिटेड ने कहा है कि तमिलनाडु में स्थित उसके कॉपर स्मेल्टर (तांबा गलाने) के टैंक से सलफ्यूरिक एसिड का लीक होना गंभीर है और उसे निष्क्रिय करने से पर्यावरण पर बुरा असर पड़ सकता है। जिला प्रशासन ने रविवार को कहा था कि तूतीकोरिन कस्बे के भीतर स्थित प्लांट …

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गाजियाबाद-नई दिल्ली रेल कॉरिडोर पर एक और पुल बनाएगा रेलवे

यमुना पर ट्रेनों की आवाजाही सुगम बनाने और गाजियाबाद-नई दिल्ली रेल कारिडोर पर दबाव कम करने के लिए रेलवे ने राष्ट्रीय राजधानी में नदी पर एक और पुल बनाने का प्रस्ताव रखा है। गाजियाबाद-नई दिल्ली रेल कारिडोर को देश में सबसे व्यस्त माना जाता है। इसके साथ ही लोहा पुल के नाम से मशहूर पुराने यमुना रेल ब्रिज की जगह अगले साल मार्च तक दोहरी लाइन रेल पुल चालू हो जाएगा। निजामुद्दीन रेल पुल के समीप बनेगा नया पुल- नया रेल पुल वर्तमान निजामुद्दीन रेल पुल के समीप बनाया जाएगा। इस पुल के बन जाने के बाद करीब 150 जाने और आने वाली सवारी और मालगाड़ियों की तीव्र गति और सुगमता से आवाजाही हो सकेगी। वर्तमान में गाजियाबाद और नई दिल्ली स्टेशनों के बीच ट्रेनों को गुजरने में एक घंटे से भी ज्यादा समय लगता है। इस मार्ग पर दबाव के कारण कई बार गाड़ियों को दो घंटे लगते हैं। इससे यात्रियों को असुविधा होती है। दिल्ली आने-जाने वाली गाड़ियों के लिए अतिरिक्त मार्ग की मांग हो रही है। इससे गाड़ियों का समय से परिचालन सुनिश्चित हो सकेगा। 425 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान- निजामुद्दीन रेल पुल के समीप प्रस्तावित 600 मीटर लंबे पुल के निर्माण पर 425 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। यह पुल दिल्ली आने-जाने वाली गाड़ियों के लिए अतिरिक्त मार्ग मुहैया कराएगा। इसके अलावा 100 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा गति से रेलगाड़ियां गुजर सकेंगी। वर्ष के आखिर तक निर्माण हो सकता है शुरू- रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रस्तावित नए रेल पुल के लिए हाईड्रॉलिक स्टडी जारी है। उम्मीद है कि इस वर्ष के आखिर तक पुल का निर्माण शुरू हो जाएगा। निजामुद्दीन पुल के साथ नए पुल के निर्माण में नदी के सूखे हुए हिस्से में करीब 2000 कीकर के पेड़ काटने होंगे।

यमुना पर ट्रेनों की आवाजाही सुगम बनाने और गाजियाबाद-नई दिल्ली रेल कारिडोर पर दबाव कम करने के लिए रेलवे ने राष्ट्रीय राजधानी में नदी पर एक और पुल बनाने का प्रस्ताव रखा है। गाजियाबाद-नई दिल्ली रेल कारिडोर को देश में सबसे व्यस्त माना जाता है। इसके साथ ही लोहा पुल …

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गुलाम नबी आजाद के गांव में डॉ. जितेंद्र सिंह ने बनवाया डाकघर

मुख्यमंत्री से लेकर केंद्र सरकार में कई अहम विभागों के मंत्री रहे गुलाम नबी आजाद के पैतृक गांव गंदोह (डोडा) में आजादी के 70 वर्षों के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के प्रयासों की बदौलत डाकघर खुला। इस बात की जानकारी बुधवार को जम्मू में डॉ. जितेंद्र सिंह ने दी। अपने संसदीय क्षेत्र में विकास का लेखाजोखा देते हुए उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार में 20 साल तक मंत्रिपदों पर रहे व इस समय राज्यसभा में विपक्ष के नेता के अपने गांव में डाकघर तक नहीं था। वह इस इलाके के सांसद भी रहे थे। अब भाजपा के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस नेता के गांव में लोगों को डाकघर मिला है।

मुख्यमंत्री से लेकर केंद्र सरकार में कई अहम विभागों के मंत्री रहे गुलाम नबी आजाद के पैतृक गांव गंदोह (डोडा) में आजादी के 70 वर्षों के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के प्रयासों की बदौलत डाकघर खुला। इस बात की जानकारी बुधवार को जम्मू में डॉ. जितेंद्र …

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मिलावट करने वाले एक हजार फरार अभियुक्तों का पासपोर्ट होगा निरस्त

विविध खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ अहमदाबाद महानगरपालिका ने मुकदमा दायर करवाया है। ये मुकदमे कई वर्षों से चल रहे हैं। ऐसे एक हजार मामले सामने आए हैं जिनमें आरोपित न्यायालयों मे हाजिर ही नहीं होते। कई ऐसे वाकयात भी हैं जिसमे फैसले के बाद अभियुक्त फरार हैं। अब इन पर कोर्ट नकेल कसने की तैयारी कर रहा है। अहमदाबाद मनपा ने मिठाई, नमकीन, फूड पार्लर, होटल रेस्टोरेंट, किराना के व्यापारी तथा दूध की डेयरियों से नमूने एकत्र कर न्यायालयों में मुकदमा दर्ज करवाया था। अब 15-15 वर्षों के बाद भी ये व्यापारी लापता हैं। कईं तो एसे भी हैं जिन्हें समन ही नहीं मिलता। मनपा के हेल्थ विभाग ने कई बार इसकी घोषणाओं के बाद भी कोई हाजिर ही नहीं हुआ। इन सब बाबतों को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने इन सब के पासपोर्ट निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए पासपोर्ट ऑथोरिटी को भी सूचित कर दिया गया है। कोर्ट में एसे 700 मामले हैं जिनमें कुल 1000 व्यापारियों के खिलाफ आरोप हैं। कोर्ट ने इन सभी को फरार घेषित कर इनकी सूची भी कोर्ट को भेज दी है। इन्हें कैद और जुर्माना की सजा भी हो चुकी है। यदि इनके पास पासपोर्ट है तो उन्हें निरस्त कर दिया जाए।

विविध खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ अहमदाबाद महानगरपालिका ने मुकदमा दायर करवाया है। ये मुकदमे कई वर्षों से चल रहे हैं। ऐसे एक हजार मामले सामने आए हैं जिनमें आरोपित न्यायालयों मे हाजिर ही नहीं होते। कई ऐसे वाकयात भी हैं जिसमे फैसले के बाद अभियुक्त फरार …

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गुजरातः सेना के रिटायर्ड जवानों ने किया प्रदर्शन, शराब की परमिट में छूट की मांग

राज्य सरकार के लीकर परमिट के नियमों में परिवर्तन कर उन्हें सख्त बनाने के खिलाफ सेना के सेवा निवृत जवानों ने राजधानी गांधीनगर के सत्याग्रह छावनी में विरोध प्रदर्शन कर उसमें छूट की मांग की है। भारी तादाद में आए इन जवानों ने कहा कि शराब उनके लिए टानिक का काम करता है। इसलिए इसकी शर्तों में छूट होनी चाहिए। इन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे 22 जुलाई को गांधीनगर में शक्ति प्रदर्शन करेंगे। सेना के जवानों ने 15 दिन व्यसन मुक्ति केंद्र में रहने और तीन डॉक्टरों की पैनल द्वारा यूनिट निर्धारण का विरोध किया है। सेना के इन जवानों का कहना है कि शराब इनके लिए टानिक है, व्यसन नहीं है। इसलिए इन्हें विविध नियमों से छूटछाट मिलना चाहिए। भूतपूर्व सैन्य शक्ति एकता नामक संगठन द्वारा किए गए इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले अशोक परमार ने बताया कि पूर्व सैनिकों को सरकार द्वारा किए गए विविध निर्णय मंजूर नहीं है। सेना के ये जवान विविध मोर्चों पर रहकर शराब का सेवन करते हैं। उनके लिए यह दारू नहीं परन्तु दवा का काम करती है। इसलिए सरकार का इसप्रकार का निर्णय सेना के पूर्व जवानों पर लागू नहीं होना चाहिए। संगठन ने इसके लिए सरकार को एक महीने का समय दिया है। यदि सरकार इस दौरान निर्णय नहीं करेगी तो 22 जुलाई को राजधानी गांधीनगर में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया जाएगा।

राज्य सरकार के लीकर परमिट के नियमों में परिवर्तन कर उन्हें सख्त बनाने के खिलाफ सेना के सेवा निवृत जवानों ने राजधानी गांधीनगर के सत्याग्रह छावनी में विरोध प्रदर्शन कर उसमें छूट की मांग की है। भारी तादाद में आए इन जवानों ने कहा कि शराब उनके लिए टानिक का …

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आज का राशिफल, 21 जून गुरुवार: आज है जन्मदिन तो आपकी जिंदगी में आएंगे बड़े बदलाव

आज का राशिफल में गुरूजी पवन सिन्हा बता रहे हैं अगर 21 जून (गुरुवार) को आपका जन्मदिन है तो आपके आने वाले 12 महीने बहुत अच्छे हैं. जमकर मेहनत करें और अच्छे से कार्य करे. पिछले साल के रुके हुए कार्य भी आगे बढ़ेंगे. जीवन में सुखद परिवर्तन होता दिख रहा है. मित्रता और स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहना होगा. महीने भर रोजाना एक मुट्टी आटा और चीनी निकालकर रख दें. आज है जन्मदिन तो कैसा होगा साल? -आने वाले 12 महीने बहुत अच्छे हैं. -जमकर मेहनत करें और अच्छे से कार्य करे. -पिछले साल के रुके हुए कार्य भी आगे बढ़ेंगे. -जीवन में सुखद परिवर्तन होता दिख रहा है. -मित्रता और स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहना होगा. -महीने भर रोजाना एक मुट्टी आटा और चीनी निकालकर रख दें. -हर शुक्रवार को उसका दान दें.

आज का राशिफल में गुरूजी पवन सिन्हा बता रहे हैं अगर 21 जून (गुरुवार) को आपका जन्मदिन है तो आपके आने वाले 12 महीने बहुत अच्छे हैं. जमकर मेहनत करें और अच्छे से कार्य करे. पिछले साल के रुके हुए कार्य भी आगे बढ़ेंगे. जीवन में सुखद परिवर्तन होता दिख …

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नकली पावरबैंक्स से सावधान, खरीदने से पहले इन 4 बातों का रखें खास ख्याल

स्मार्टफोन की यूसेज बढ़ जाने से फोन बैटरी की खपत भी ज्यादा होने लगी है। स्मार्टफोन्स में लगातार हो रहे बदलाव कई बार फोन के लिए इतने हैवी हो जाते हैं कि इससे फोन की बैटरी पर असर पड़ता है। इससे फोन जल्दी डिस्चार्ज भी हो जाते हैं। ऐसे में अगर आप किसी ऐसी जगह हो जहां बिजली का कोई साधन न हो तो आप फोन कैस चार्ज करेंगे। फोन चार्ज करने का एक विकल्प पावरबैंक भी है। फोन को चार्ज करने के लिए पावरबैंक काफी मददगार साबित हुए हैं। लेकिन मार्किट में कई नकली पावरबैंक्स भी बेचे जा रहे हैं। ऐसे में असली और नकली पावरबैंक का पता लगाना थोड़ा मुश्किल हो गया है। इस पोस्ट में हम आपको पावरबैंक खरीदने से पहले क्या सावधानियां बरतनी चाहिए ये बताने जा रहे हैं। कैपिसिटी का रखें ध्यान: पावरबैंक की सबसे मुख्य विशेषता उसकी बैटरी कैपिसिटी है। पावरबैंक की कैपेसिटी को 'mAh' में मापा जाता है। यूजर को फोन की बैटरी से तीन गुना कैपिसिटी वाला पावरबैंक ही लेना चाहिए। उदाहरण के तौर पर: अगर आपका फोन 3000 एमएएच बैटरी से लैस है तो आप 10000 एमएएच वाला पावरबैंक खरीदें। साथ ही यह भी देखना अहम है कि यह पावरबैंक आपके फोन को सपोर्ट कर रहा है या नहीं। इस आसान ट्रिक से किसी भी फोन से चार्ज हो जाएगा आपका स्मार्टफोन यह भी पढ़ें यूएसबी चार्जिंग: पावरबैंक खरीदते समय यह भी ध्यान दें कि उसमें यूएसबी चार्जिंग है या नहीं। ज्यादातर पावरबैंक्स में यूएसबी चार्जिंग फीचर होता है। हालांकि, कुछ पुराने पावरबैंक्स में यह फीचर नहीं दिया गया है। इनमें अलग से एक केबल दी जाती है। स्मार्टफोन के लिए पावरबैंक खरीदने से पहले इन बातों पर दें खास ध्यान यह भी पढ़ें कीमत: बैटरी कैपिसिटी के अलावा, पावरबैंक की कीमत भी अहम है। पावरबैंक लेते समय कीमत का भी ध्यान रखें। कई बार ऐसा होता है कि आप कम कीमत के चलते पावरबैंक खरीद लेते हैं क्योंकि उसमें ज्यादा कैपिसिटी दी गई होती है। इस तरह के पावरबैंक आपके फोन को ठीक से चार्ज नहीं कर पाते। साथ ही उन्हें डैमेज भी करते हैं। ऐसे में आप सस्ता पावरबैंक न खरीदें। यह फोन के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। मिड-रेंज से लेकर हाई-रेंज के पावरबैंक सही विकल्प साबित होते हैं। क्वालिटी: अगर क्वालिटी की बात करें तो वह पावरबैंक बिल्कुल न खरीदें जिसमें या तो रिफर्बिश्ड बैटरी लगी होती हैं या फिर उसमें शॉट सर्किट, ओवर चार्जिंग प्रोटेक्शन जैसे बेसिक फीचर नहीं होते।

स्मार्टफोन की यूसेज बढ़ जाने से फोन बैटरी की खपत भी ज्यादा होने लगी है। स्मार्टफोन्स में लगातार हो रहे बदलाव कई बार फोन के लिए इतने हैवी हो जाते हैं कि इससे फोन की बैटरी पर असर पड़ता है। इससे फोन जल्दी डिस्चार्ज भी हो जाते हैं। ऐसे में …

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