नोएडा, 6 अक्टूबर। नोएडा प्राधिकरण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है, जिसके बाद प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने चार जूनियर इंजीनियरों (जेई) की संविदा समाप्त कर दी है। यह कार्रवाई उनके खिलाफ मिली शिकायतों और जांच के बाद की गई। बताया जा रहा है कि इन जेई की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ था, जिसमें प्राधिकरण के कुछ वरिष्ठ अधिकारी और बाबुओं की संलिप्तता पाई गई है।
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क्या है मामला?
सूत्रों के मुताबिक, सीईओ को जानकारी मिली थी कि इन चारों जेई की नियुक्ति में भ्रष्टाचार हुआ है। आरोप है कि यह सभी जेई प्राधिकरण के ही कुछ वरिष्ठ अधिकारियों और बाबुओं के रिश्तेदार हैं, जिनकी नियुक्ति में नियमों का उल्लंघन किया गया। विशेष रूप से, ईएंडएम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी पर नियुक्तियों में भ्रष्टाचार का आरोप है, जिन्होंने इन नियुक्तियों के लिए मोटी रकम ली थी।
नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल
रिपोर्ट के अनुसार, रूप सैनी, तरुण चौधरी, राय प्रताप सिंह और तुषार देशवाल को अलग-अलग विभागों में नियुक्त किया गया था, लेकिन इनकी नियुक्तियों पर भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार के आरोप लगे। इनकी डिग्रियों और योग्यता को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं।
सीईओ का बयान
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने कहा कि चारों जेई को नौकरी से हटा दिया गया है और इस मामले में जांच जारी है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद बड़े अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी, जिन पर इन नियुक्तियों में गड़बड़ी का आरोप है।
नोएडा प्राधिकरण में इस घोटाले से हड़कंप मच गया है और आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।