“मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने पी. चिदंबरम पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी नीतियों के कारण राज्य में हिंसा भड़क रही है। उन्होंने म्यांमार से आए अप्रवासियों और ड्रग्स व्यापार को मुख्य कारण बताया।”
मणिपुर। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने राज्य में जारी हिंसा के लिए पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि UPA सरकार के दौरान गृह मंत्री रहते हुए चिदंबरम ने 12 से अधिक कुकी उग्रवादी संगठनों के साथ समझौता किया था, जिसका खामियाजा अब मणिपुर भुगत रहा है।
बीरेन सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिदंबरम की तस्वीर दिखाते हुए आरोप लगाया कि उन्हीं की वजह से म्यांमार से आए अप्रवासी मणिपुर में दाखिल हुए। ये अप्रवासी ड्रग्स तस्करी के साथ-साथ नॉर्थ-ईस्ट में अस्थिरता फैलाने की साजिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के बयान की मुख्य बातें:
- चिदंबरम पर बड़ा आरोप:
बीरेन सिंह ने कहा, “चिदंबरम ने गृह मंत्री रहते हुए न केवल कुकी उग्रवादियों से समझौता किया, बल्कि म्यांमार से अप्रवासियों को भारत में एंट्री लेने दी। उन्होंने इन लोगों को मणिपुर में बसने दिया, जिससे आज हिंसा हो रही है।” - ड्रग्स माफिया की भूमिका:
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये अप्रवासी ड्रग्स के व्यापार के लिए मणिपुर आए। अब वे पूरे नॉर्थ-ईस्ट को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं। - विदेशी तत्वों का षड्यंत्र:
बीरेन सिंह ने मणिपुर हिंसा को म्यांमार से आए अप्रवासियों और विदेशी तत्वों का षड्यंत्र बताया। उन्होंने कहा, “ये लोग मणिपुर में शांति भंग कर रहे हैं और हमारे स्थानीय समुदायों को आपस में लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं।” - मणिपुर की स्थिति पर सख्त कदम:
बीरेन सिंह ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि मणिपुर में म्यांमार से आए अवैध अप्रवासियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
चिदंबरम का जवाब:
इस बयान पर अभी तक पी. चिदंबरम की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने पहले भी मणिपुर हिंसा को लेकर भाजपा सरकार पर विफलता के आरोप लगाए हैं।