“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में बायो सीएनजी प्लांट और महाकुंभ 2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया। प्लांट ‘वेस्ट टू वेल्थ’ मॉडल का हिस्सा है और 56700 टन वार्षिक कार्बन उत्सर्जन कम करेगा।”
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को स्वच्छ और सुव्यवस्थित बनाने की परिकल्पना के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को प्रयागराज पहुंचे। उन्होंने प्रदेश के पहले म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट (एमएसडब्ल्यू) आधारित बायो सीएनजी प्लांट का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने इसे प्रधानमंत्री की ‘वेस्ट टू वेल्थ’ पहल का आदर्श मॉडल बताते हुए कहा कि यह प्लांट न केवल महाकुंभ को स्वच्छ रखने में मदद करेगा बल्कि इसके बाद भी नगर के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
बायो सीएनजी प्लांट की विशेषताएं:
- प्लांट में रोजाना 200 टन गीले कचरे का संसाधन होगा।
- इससे प्रतिदिन 21.5 टन बायो सीएनजी और 209 टन जैविक खाद बनेगी।
- कुल 56700 टन वार्षिक कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
- प्लांट ने 200 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया है।
यह प्लांट अत्याधुनिक तकनीक से लैस है और ठोस कचरे को बायोगैस में संसाधित करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त और पर्यावरण अनुकूल बनाया जाएगा। इसके लिए कैरी बैग से लेकर होर्डिंग-बैनर तक सभी बायोडिग्रेडेबल होंगे।
स्टील ब्रिज और स्नान घाट तैयारियां:
मुख्यमंत्री ने फाफामऊ में गंगा नदी पर निर्माणाधीन स्टील ब्रिज का निरीक्षण किया। यह पुल तीर्थयात्रियों को संगम तक ले जाने का सबसे सहज मार्ग होगा। संगम घाटों पर स्नान की सुरक्षा के लिए 5000 कुंभ सेवा मित्र तैनात किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने संगम नोज और ऐरावत घाट का निरीक्षण किया। त्रिवेणी संगम में पूजा-अर्चना करने के बाद उन्होंने किले के पास तैयार हो रहे वीआईपी घाट का निरीक्षण किया और बड़े हनुमान जी के दर्शन किए।
“देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।“
विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल