“बलिया के रेवती सीएचसी में तैनात नर्स के पिण्डहरा आवास पर स्थित प्राइवेट प्रसव केंद्र में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। पुलिस ने स्टाफ नर्स समेत तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और नर्स को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।”
बलिया: रेवती सीएचसी में तैनात स्टाफ नर्स के पिण्डहरा आवास पर स्थित एक निजी प्रसव केंद्र में बुधवार रात प्रसव के दौरान एक जच्चा-बच्चा की दुखद मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब क्षेत्र के रूकूनपुरा गांव निवासी लाल साहब साहनी की पत्नी सुधा को आशा बहू मीना देवी की सलाह पर निजी प्रसव केंद्र में भर्ती कराया गया था।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, प्रसव के लिए पहले बीस हजार रुपये तय किए गए थे। परिजनों ने चार हजार रुपये नगद और आठ हजार रुपये यूपीआई के माध्यम से जमा किए थे। शेष आठ हजार रुपये प्रसव के बाद चुकता किए जाने थे। रात लगभग दस बजे जब महिला सुधा ने मृत बच्चे को जन्म दिया, उसके बाद प्रसव के दौरान महिला की हालत बिगड़ गई। देर रात महिला की भी मृत्यु हो गई।
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परिजनों ने नर्स मंजू सिंह और उनके पति नंदकुली सिंह पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और महिला और बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने स्टाफ नर्स मंजू सिंह को हिरासत में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
कोतवाल संजय सिंह ने बताया कि महिला के देवर ईश्वर चंद साहनी की तहरीर पर स्टाफ नर्स मंजू सिंह, उनके पति नंदकुली सिंह और आशा बहू मीना देवी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और मामले की जांच जारी है।
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