CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट में न्याय की देवी की मूर्ति में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब मूर्ति की आंखों की पट्टी हटा दी गई है और हाथ में तलवार की जगह संविधान की किताब स्थापित की गई है।
यह फैसला न्यायपालिका में न्याय और संविधान के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। CJI ने कहा कि यह परिवर्तन न्यायालय की मूल भावना को मजबूत करेगा और लोगों में संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा।
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इस कदम को न्याय के प्रति एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों और विधिक प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करेगा।
- आंखों की पट्टी हटाई: न्याय की देवी की मूर्ति में आंखों की पट्टी को हटाया गया है।
- संविधान की किताब: हाथ में तलवार की जगह संविधान की किताब स्थापित की गई है।
- संविधान के प्रति प्रतिबद्धता: CJI ने इसे संविधान और न्याय की सच्ची भावना का प्रतीक बताया।
यह बदलाव सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है।