“धनतेरस के दिन देवी लक्ष्मी और कुबेर की कृपा पाने का सबसे बड़ा अवसर। जानें धनतेरस का धार्मिक महत्व, सोना-चांदी खरीदने की परंपरा, पूजा की संपूर्ण विधि और घर को समृद्धि से भरने के उपाय।“
रिपोर्ट – मनोज शुक्ल
लखनऊ । धनतेरस का पर्व हर साल दिवाली से पहले त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि के साथ देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। मान्यता है कि समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत और औषधियों का कलश लेकर प्रकट हुए थे, और तभी से स्वास्थ्य, समृद्धि और शांति के लिए इस दिन विशेष पूजा का आयोजन होता है।
धनतेरस को संस्कार, समृद्धि और संपत्ति के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। इस दिन की पूजा और परंपराएं न केवल भौतिक संपदा को बढ़ावा देती हैं, बल्कि अध्यात्मिक शांति और परिवार में सुख-शांति का प्रतीक भी हैं।
धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने का धार्मिक कारण
धनतेरस पर सोना और चांदी खरीदने की परंपरा के पीछे धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताएं हैं।
सोना: यह सकारात्मक ऊर्जा और स्थिरता का प्रतीक है। धनतेरस पर सोना खरीदने से जीवन में लक्ष्मी का वास और संपत्ति में वृद्धि होती है।
चांदी: इसे शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। चांदी के बर्तन या गहने खरीदने से जीवन में सकारात्मकता और परिवार में शांति का आशीर्वाद मिलता है।
मान्यता है कि धनतेरस पर खरीदी गई कोई भी वस्तु जीवन में स्थायित्व और उन्नति लाती है। इसी वजह से इस दिन नए बर्तन, आभूषण या वाहन खरीदना शुभ माना जाता है।
धनतेरस पूजा विधि: संपूर्ण पूजा विधि और सामग्री
1. पूजा का समय: प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद का समय पूजा के लिए शुभ माना जाता है।
2. पूजा स्थान की तैयारी: उत्तर दिशा में स्वच्छ स्थान पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति स्थापित करें।
3. पूजा सामग्री: दीपक, कुमकुम, हल्दी, अक्षत, सुपारी, फूल, धूप, मिठाई, पीतल का बर्तन, चांदी का सिक्का, चावल आदि।
4. पूजा विधि: दीपक जलाकर गणेश-लक्ष्मी का ध्यान करें। धूप, दीप, नैवेद्य अर्पण करें। कुबेर और धन्वंतरि के मंत्रों का जाप करते हुए लक्ष्मी से समृद्धि की कामना करें।
महत्वपूर्ण मंत्र: “ॐ धन दाय नमः” मंत्र का जाप करने से कुबेर की कृपा प्राप्त होती है और घर में स्थायी धन का वास होता है।
धनतेरस पर धार्मिक परंपराओं का करें पालन
दीप जलाना: धनतेरस पर घर के सभी कोनों में दीप जलाएं, जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सकारात्मकता लाता है।
नए वस्त्र धारण करें: इसे शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है।
स्वच्छता का ध्यान रखें: घर की सफाई और सजावट के बाद लक्ष्मी का वास माना जाता है।
ऑनलाइन खरीदारी के लिए टिप्स
- विश्वसनीय साइट चुनें: सुरक्षित और प्रमाणित ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म से ही खरीदारी करें।
- हॉलमार्क देखना न भूलें: सोना और चांदी के उत्पाद हॉलमार्क वाले ही खरीदें, ताकि उनकी शुद्धता की गारंटी हो।
- छोटे बजट में बड़ी खरीदारी: इस दिन छोटी वस्तुओं जैसे चांदी का सिक्का या छोटे बर्तन खरीदना भी शुभ माना जाता है।
धनतेरस पर खरीदारी की शुभ वस्तुएं
1. सोना और चांदी: सोने के गहने और चांदी के सिक्के परिवार के लिए सौभाग्य लाते हैं।
2. बर्तन: तांबा, पीतल, और चांदी के बर्तन घर में सुख-शांति और स्वास्थ्य की प्रतीक होते हैं।
3. झाड़ू: इसे घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मकता को बढ़ाने का प्रतीक माना जाता है।
धनतेरस पर पूजा करने के धार्मिक लाभ
धनतेरस पर पूजा करने से परिवार को धन, स्वास्थ्य, और समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह दिन न केवल भौतिक संपदा की कामना के लिए है, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति और आशीर्वाद का पर्व भी है। देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की कृपा पाने के लिए श्रद्धा और विश्वास के साथ धनतेरस की पूजा करें और अपने जीवन में स्थिरता, शांति और सकारात्मकता का अनुभव करें।
धनतेरस का पर्व हर परिवार में शुभता, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आता है। इस दिन की पूजा, परंपराएं और खरीदारी न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने और समृद्धि को स्थिर करने का साधन भी हैं। इस धनतेरस पर देवी लक्ष्मी और कुबेर की कृपा प्राप्त करने के लिए इन नियमों और विधियों का पालन करें, ताकि आपका जीवन खुशियों और समृद्धि से भर जाए।
“विश्ववार्ता परिवार की तरफ से आप सभी को धनतेरस की शुभकामनाएं”