लखनऊ:
राजधानी में डबल डेकर बस हादसा प्रशासन की लापरवाही का बड़ा उदाहरण बनकर सामने आया है। शुक्रवार को शहर के व्यस्त मार्ग पर चल रही डबल डेकर बस में अचानक आग लग गई। इस भयावह हादसे के दो घंटे बाद भी मौके पर एसडीएम समेत कोई बड़ा अधिकारी नहीं पहुंचा, जिससे लोगों में नाराजगी देखी गई।
बस में सवार सभी यात्री किसी तरह जान बचाकर बाहर निकले, लेकिन उनका सारा सामान जलकर राख हो गया। इस घटना ने न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं, बल्कि प्रशासन की संवेदनहीनता भी उजागर कर दी है। यात्रियों को न तो वैकल्पिक परिवहन उपलब्ध कराया गया, न ही उनके गंतव्य तक पहुंचाने की कोई व्यवस्था की गई।
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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस में आग लगने के बाद अफरातफरी मच गई। दमकल विभाग ने समय रहते आग पर काबू पा लिया, लेकिन दो घंटे तक प्रशासन का कोई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं दिखा। अंततः एसीपी रजनीश वर्मा मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान संभाली। उनकी त्वरित कार्रवाई से हालात पर नियंत्रण पाया जा सका।
इस राजधानी में डबल डेकर बस हादसा ने प्रशासनिक व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे हादसों में तेज प्रतिक्रिया और यात्रियों की सहायता जरूरी होती है, लेकिन यहां पूरी तरह से लापरवाही देखने को मिली।
इस घटना की जांच और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है। अब देखना होगा कि जिला प्रशासन इस गंभीर चूक पर क्या रुख अपनाता है।
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