रायबरेली। दहेज उत्पीड़न लालगंज से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ लालगंज तहसील क्षेत्र के भीरा गोविंदपुर गांव की एक विवाहिता को 25 लाख रुपये दहेज न मिलने पर ससुराल वालों ने न सिर्फ प्रताड़ित किया, बल्कि घर से भी निकाल दिया।
पीड़िता शिखा मिश्रा ने लालगंज कोतवाली में तहरीर देते हुए बताया कि उसका विवाह 9 फरवरी 2022 को गुमदापुर गांव के निवासी अखिलेश कुमार त्रिवेदी के साथ हुआ था। विवाह में उसके परिजनों ने 6 लाख रुपये नकद, एक कीमती कार, करीब 3 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण और अन्य गृहस्थी का सामान दहेज के रूप में दिया था।
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शिखा का आरोप है कि शादी के कुछ ही महीनों बाद उसके पति, सास और ससुर ने 25 लाख रुपये की अतिरिक्त दहेज की माँग शुरू कर दी। जब उसकी ओर से यह मांग पूरी नहीं की गई तो उसे लगातार शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। पीड़िता के अनुसार, 27 अक्टूबर 2023 को उसके ससुरालियों ने मारपीट कर उसे घर से बाहर निकाल दिया।
प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने जानकारी दी कि शिखा मिश्रा की तहरीर पर आरोपी पति अखिलेश त्रिवेदी, सास, ससुर सहित कुल पांच लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न अधिनियम की संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले में निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि दहेज प्रथा जैसी कुप्रथा आज भी समाज में गहरे स्तर पर मौजूद है।