“यूपी में बिजली निजीकरण के विरोध में आंदोलन तेज हो रहा है। हरियाणा और पंजाब समेत 2000 से अधिक इंजीनियरों ने समर्थन जताया है। आंदोलन को राष्ट्रव्यापी बनाने की चेतावनी दी गई है।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बिजली वितरण और अन्य सेवाओं के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों और इंजीनियरों ने आंदोलन तेज कर दिया है। यूपी के बिजली कर्मचारियों को हरियाणा और पंजाब के बिजली कर्मचारियों का समर्थन मिल रहा है।
हरियाणा और पंजाब के कर्मचारी संगठनों ने यूपी में जारी आंदोलन में न केवल समर्थन का एलान किया है, बल्कि इसे राष्ट्रव्यापी बनाने की भी चेतावनी दी है। 2000 से अधिक बिजली इंजीनियरों और कर्मचारियों के दल ने निजीकरण विरोधी इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
यूपी के बिजली कर्मचारियों का कहना है कि अगर सरकार निजीकरण की योजना को वापस नहीं लेती, तो यह आंदोलन व्यापक रूप ले सकता है। कर्मचारियों का आरोप है कि निजीकरण से बिजली सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित होगी और उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ बढ़ेगा।
आंदोलनकारियों ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगों को अनसुना किया गया, तो वे राज्यव्यापी हड़ताल करने को बाध्य होंगे।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल
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