“मध्य प्रदेश के कारोबारी मनोज परमार की आत्महत्या के सुसाइड नोट ने बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। ED के अधिकारी पर BJP जॉइन करने और राहुल गांधी के खिलाफ वीडियो बनवाने का दबाव डालने के आरोप लगे हैं।”
भोपाल। मध्य प्रदेश के एक कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी की आत्महत्या के मामले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। सुसाइड नोट में दर्ज आरोपों के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ED) के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीत कुमार ने व्यापारी से कहा था, “अगर तुम बीजेपी में होते, तो तुम्हारे खिलाफ कोई केस नहीं बनता। अपने बच्चों को बीजेपी जॉइन कराओ और राहुल गांधी के खिलाफ वीडियो बनाओ। वरना इतनी धाराएं लगाऊंगा कि राहुल गांधी पीएम बनने के बाद भी तुम्हें बचा नहीं पाएंगे।”
मनोज परमार, जिन्होंने अपने बेटे की गुल्लक तक सौंप दी थी, कथित रूप से ED की जांच और मानसिक दबाव से परेशान थे। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में इन बातों का जिक्र किया। परमार परिवार पर चल रही ED की जांच और आरोपों ने मामले को और गंभीर बना दिया है।
इस घटना के बाद, कांग्रेस ने भाजपा और ED पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “यह घटना दिखाती है कि ED और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। यह राजनीतिक प्रतिशोध का स्पष्ट उदाहरण है।”
वहीं, भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
ED अधिकारी संजीत कुमार पर लगे आरोपों की अभी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इस घटनाक्रम ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा को गर्म कर दिया है।
मनोज परमार और उनकी पत्नी की आत्महत्या ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग विपक्षी दलों के खिलाफ दमन के लिए किया जा रहा है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल
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