“रबी फसल बुवाई की तैयारी में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने उर्वरकों की आपूर्ति सुगम बनाने के निर्देश दिए। रेल मंत्री से बातचीत कर उर्वरक रैक की प्राथमिकता सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया। प्रदेश में डीएपी और एनपीके की पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है।”
लखनऊ। रबी फसल की बुवाई के मद्देनजर प्रदेश में उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आवश्यक निर्देश दिए हैं। शनिवार को विधान भवन में हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने भारत सरकार द्वारा नवंबर माह के लिए आवंटित फास्फेटिक उर्वरकों की 100 प्रतिशत आपूर्ति का निर्देश दिया। मंत्री ने रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव से दूरभाष पर चर्चा करते हुए उर्वरक रैक की प्राथमिकता सुनिश्चित करने का अनुरोध भी किया।
कृषि मंत्रालय के सचिव रजत कुमार मिश्रा और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव श्री देवेश चतुर्वेदी से पश्चिमी क्षेत्रों और तेजी से बुवाई कर रहे जिलों में प्राथमिकता के आधार पर उर्वरक उपलब्ध कराने पर भी चर्चा की गई।
प्रदेश के जिलों में सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिए गए कि इफको, कृभको, और अन्य निजी कंपनियों द्वारा 30 प्रतिशत उर्वरक पैक्स के माध्यम से वितरित किया जाए। जिलाधिकारियों को भी आवश्यकतानुसार राजस्व विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
वर्तमान में उपलब्धता
प्रदेश में डीएपी के 2 लाख मीट्रिक टन और एनपीके के 2.47 लाख मीट्रिक टन का भंडार किसानों के लिए उपलब्ध है। विभिन्न मंडलों में सहारनपुर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, झांसी, चित्रकूट, वाराणसी, मिर्जापुर, आजमगढ़, गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन, लखनऊ और अयोध्या में उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
बैठक में प्रमुख सचिव कृषि रविन्द्र, प्रमुख सचिव सहकारिता एमपी अग्रवाल, कृषि सचिव अनुराग यादव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।