“नेपाल के नए प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने 64 साल की परंपरा तोड़ते हुए अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत के बजाय चीन जाने का फैसला किया। चीन के PM ली कियांग के निमंत्रण पर ओली 2 से 6 दिसंबर तक चीन में रहेंगे।”
नेपाल। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने 64 साल पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए चीन जाने का निर्णय लिया है। ओली 2 से 6 दिसंबर तक चीन में रहेंगे, जहां वह चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के निमंत्रण पर विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे। इस निर्णय से नेपाल-चीन संबंधों को नया आयाम मिलने की संभावना है, जबकि भारत-नेपाल परंपरागत संबंधों पर इसका प्रभाव पड़ सकता है।
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नेपाल के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि एक प्रधानमंत्री की पहली विदेश यात्रा का गंतव्य भारत न होकर कोई और देश है। बीते 64 सालों से नेपाल के प्रधानमंत्री अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के लिए भारत को ही प्राथमिकता देते आए थे, जिससे भारत और नेपाल के संबंध और मजबूत बने रहे। लेकिन इस बार भारत की ओर से ओली को कोई आधिकारिक निमंत्रण नहीं मिला है, जिससे यह नई परंपरा स्थापित हो रही है।
नेपाल-चीन संबंधों में यह यात्रा एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकती है। ओली के इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग, बुनियादी ढांचा विकास, और रणनीतिक साझेदारी जैसे मुद्दों पर बातचीत की संभावना है। इस यात्रा का उद्देश्य नेपाल की विदेश नीति में संतुलन बनाना और नेपाल-चीन संबंधों को और मजबूत करना है, जिससे नेपाल को अपने विकास के लिए विविध अवसर मिल सकें।
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रिपोर्ट – मनोज शुक्ल