लखनऊ। केंद्र सरकार के अफसरों ने गुरूवार को लखनऊ मेट्रो के अधिकारियों के साथ ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो डिपो का दौरा कर मेट्रो ट्रेन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान केंद्रीय अफसरों ने मेट्रो की प्रगति पर खुशी जाहिर की।
लखनऊ मेट्रो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शहरी विकास मंत्रालय के अपर सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने लखनऊ मेट्रो परियोजना के कार्योंं की समीक्षा करने के लिए प्रबंध निदेशक कुमार केशव और अन्य अधिकारियों के साथ ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो डिपो का भी दौरा किया ।
अपर सचिव ने वर्कशॉप कम मेन्टेनेंस डिपो, इन्सपेक्शन बे लाइन, डिपो कण्ट्रोल सेंटर और एलएमआरसी के ट्रेनिंग सेंटर का निरीक्षण किया, जहाॅं उन्हें चल रही विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई।
उन्होंने मेट्रो ट्रेन का भी निरीक्षण किया और ट्रेन के सौंदर्य डिजाइन की प्रशंसा की। उन्हें ट्रेन की तकनीकी सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। अपर सचिव ने डिपो में रिसीबिंग सब-स्टेशन (आरएसएस) का भी दौरा किया और वहाँ स्थापित 132 केवी गैस इन्सुलेटेड सब स्टेशन की सराहना की।
उन्होंने ने सचिवालय भूमिगत मेट्रो कॉरिडोर का दौरा किया , जहाँ उन्हें हजरतगंज, सचिवालय और हुसैनगंज मेट्रो स्टेशनों को जोड़ने वाले 3.5 किमी भूमिगत खंड की सुरंग को टनल बोरिंग मशीन के माध्यम से खोदने के काम के बारे में जानकारी दी गई। अपर सचिव ने लखनऊ मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन को सफलतापूर्वक शुरू करने के लिए लखनऊ मेट्रो के प्रबंध निदेशक को बधाई भी दी।
इसके पहले लखनऊ मेट्रो रेल कॉपोरेशन (एलएमआरसी) की तीसरी वार्षिक आम बैठक केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के अपर सचिव की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
इस बैठक में वित्त सचिव मुकेश मित्तल ,लखनऊ के मंडलायुक्त भुवनेश कुमार , प्रबंध निदेशक कुमार केशव और एलएमआरसी के कार्यात्मक निदेशकों के साथ-साथ कंपनी के सांविधिक लेखा परीक्षक तथा कंपनी के विभिन्न शेयरधारकों और लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
अध्यक्ष ने बैठक के दौरान लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना की छोटी सी अवधि में प्रगति की सराहना की और विभिन्न मेट्रो स्टेशनों के लिए फीडर बस सेवा के लिए योजना बनाने की सलाह भी दी।
इस बैठक में शेयरधारकों ने लखनऊ मेट्रो रेल प्रोजेक्ट हेतु केंद्र सरकार के मिनिस्ट्री आफ अरबन डेवलपमेंट के पत्र में लखनऊ मेट्रो प्रोजेक्ट फेज-1ए को यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक (ईआईबी) से 3,502रूपये ऋण के रूप में बाह्य वित्त पोषण के साथ कम्पनी के मेमोरेण्डम आफ एसोसिशयेशन(एमओए) और आर्टिकिल आफ एसोशियेशन (एओए) में संशोधन के प्रस्ताव पर भी अपनी स्वीकृति प्रदान की।