“हरदोई जिले के कछौना ब्लॉक संसाधन केंद्र में आयोजित शारदा प्रशिक्षण में शिक्षकों को घटिया, बासी और बदबूदार खाना मिलने से हंगामा खड़ा हो गया है। बीईओ कृष्ण कुमार त्रिपाठी पर भोजन आपूर्ति में गोलमाल करने का आरोप है। इस घटना ने शिक्षा विभाग के भ्रष्टाचार की परतों को और उघाड़ दिया है।”
हरदोई, उत्तर प्रदेश। हरदोई जिले के कछौना ब्लॉक संसाधन केंद्र (बीआरसी) में आयोजित शारदा प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को घटिया, बासी और बदबूदार खाना मिलने से वहां हंगामा मच गया। इस मामले में बीईओ कृष्ण कुमार त्रिपाठी पर गंभीर आरोप लग रहे हैं कि उनके संरक्षण में एक शिक्षक प्रवीण कुमार ने खाने की आपूर्ति में गोलमाल किया। आरोप है कि प्रशिक्षण में उपयोग के लिए निर्धारित बजट का गलत तरीके से उपयोग कर भोजन की गुणवत्ता को नजरअंदाज किया गया है।
शारदा योजना के अंतर्गत यह प्रशिक्षण विशेष रूप से पढ़ाई से वंचित बच्चों के चिन्हीकरण, पंजीकरण और नामांकन के लिए चलाया जाता है, जिसमें विभिन्न प्रशिक्षणों के लिए धनराशि आवंटित की जाती है। हालांकि, कछौना बीआरसी में आयोजित तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण में प्रति प्रतिभागी 525 रुपए आवंटित किए गए थे, जिनमें से 450 रुपए भोजन के लिए थे। लेकिन बावजूद इसके शिक्षकों को घटिया खाना दिया गया।
शिक्षकों का कहना है कि पहले दिन से ही खाने में खराब गुणवत्ता के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है। बासी और बदबूदार खाना मिलने के बाद कई शिक्षक उसे कूड़ेदान में फेंकने को मजबूर हो गए। शिक्षकों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रशिक्षण में दी जाने वाली स्टेशनरी भी घटिया थी और उन्हें आवश्यक मॉड्यूल भी उपलब्ध नहीं कराया गया। इस पूरे मामले में बीईओ कृष्ण कुमार त्रिपाठी का कोई भी बयान नहीं आया, क्योंकि उन्होंने फोन का जवाब देना उचित नहीं समझा और घटना स्थल से गुपचुप तरीके से निकल गए।
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शिक्षकों ने बीईओ के खिलाफ विरोध जताते हुए एक पत्र भी दिया है, जिसमें उन्होंने खाना और जलपान की व्यवस्था पर संज्ञान लेने की मांग की है। विभाग के उच्च अधिकारियों से भी इस मामले में कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
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