“प्रयागराज में महाकुंभ से पहले ‘डरेंगे तो मरेंगे’ और ‘वक्फ संपत्ति की लूट’ जैसे होर्डिंग्स लगाए गए। जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य के इन संदेशों ने धार्मिक एकता और संपत्ति विवाद पर नई बहस छेड़ दी है।”
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच प्रयागराज शहर में लगे होर्डिंग्स ने नया राजनीतिक और धार्मिक विमर्श छेड़ दिया है। नागवासुकी मंदिर के पास लगे इन होर्डिंग्स में ‘डरेंगे तो मरेंगे’ और ‘सभी हिंदुओं में एकता हो’ जैसे संदेश लिखे गए हैं।
इन होर्डिंग्स को जगद्गुरु रामानंदाचार्य दक्षिणपीठ नाणीजधाम के प्रमुख नरेंद्राचार्य द्वारा लगवाया गया है। एक अन्य होर्डिंग में लिखा है, “वक्फ के नाम पर संपत्ति की लूट है, धर्मनिरपेक्ष देश में यह कैसी छूट है?”
धार्मिक और सामाजिक एकता का आह्वान करते हुए जगद्गुरु नरेंद्राचार्य ने कहा कि हिंदुओं में एकजुटता समय की मांग है। साथ ही वक्फ संपत्ति विवाद को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं।
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन के दौरान इन संदेशों को देखकर लोग अलग-अलग राय व्यक्त कर रहे हैं। कुछ इसे सामाजिक जागरूकता का कदम मानते हैं, तो कुछ इसे धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिश बता रहे हैं।
प्रयागराज के इन होर्डिंग्स ने न केवल महाकुंभ की तैयारियों को नया मोड़ दिया है, बल्कि वक्फ संपत्ति के विवाद को लेकर भी सरकार और जनता के बीच नई चर्चा को जन्म दिया है।
देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।
विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल