लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा है कि केन्द्र सरकार गत दिवस कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए देश में आर्थिक इमरजेन्सी लगान का काम किया है। केन्द्र के इस निर्णय से देश की गरीब व मध्म वर्गीय जनता को गहरी आर्थिक चोट पहुंची है।
केन्द्र के इस निर्णय से दुखी होकर देश की जनता विधान सभा चुनावों में भाजपा को कड़ी सजा देगी । इसके पूर्व भाजपा की परिवर्तनयात्रा वअन्य कार्यो का जमकर विरोध करेगी।
मायावती गुरुवार को पार्टी कार्यालय पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित कर रही थी। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार के पांच सौ और एक हजार के नोट पर प्रतिबन्ध लगाने का फैसला सही नहीं उतरता क्योंकि इस फैसले से पूरे देश में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है और चारों तरफ हाहाकार का माहौल है।
आमजनता का जनजीवन बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है तथा हर आदमी इससे उलझ गया है। कांग्रेसी सरकार की तरह ही वर्तमान भाजपा सरकार में भी देश के लोगों में मायूसी का बातावरण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि दलित, आदिवासी, पिछडे व मुस्लिम एवं अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक लोग विभिन्न स्तरपर जुल्म ज्यादती का शिकार हो रहे हैं।
किसान, व्यापारी व अन्य निर्माण कर्ता में पहले जैसी असुरक्षा की स्थिति बनी हुई है। भाजपा के कार्यो से जनता को किसी प्रकार की राहत मिलती नजर नहीं आती है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र के फैसले से अस्पतालों में न तो आपरेशन हो रहे हैं और नही मरीजों को दवाएं मिल रही है। लोगों ने अपनी दुकानों का शटर बन्द कर दिया है जिसका विपरीत असर व्यवसाय पर भी हुआ है।
केन्द्र सरकार ने अपने ढाई साल के शासन काल में पूंजीपतियों और धन्नासेठों केपक्ष में फैसले किए और देश का किसान, गरीब मजदूर , कर्मचारी , किसान व हर मेहनतकश तबका परेशान हो गया है और हर व्यक्ति के समक्ष खाने के लाले पड़ गए हैं इसलिए केन्द्र सरकार का निर्णय आमजनता के हित में नहीं कहा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार का यह निर्णय देश व जनहित के पक्ष में कम बल्कि किसी को तकलीफ देकर आत्मसंतोष प्राप्त करने वाला ज्यादा लगता है।
मायावती ने कहा कि मोदी सरकार विदेशों से कालाधन नहीं ला पायी है और न उसे गरीबों में बांट ही पायी है।इसके विपरीत केन्द्रसरकार ने ललित मोदी व विजय माल्या जैसे महाभ्रष्टाचारी लोगों को देश से भगाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि जो कुछ भी कालाधन विदेशों से आया है उसको तो गरीबों मे वितरित करने का काम करना चाहिए था किन्तु यह काम भी नहीं किया गया।
उन्होंने बताया कि पिछले महीने नौ अक्टूबर को कांशीराम की पुण्य तिथि पर उनके द्वारा दी गयी स्पीच की सीडी व किताब को वितरित किया। पार्टी केप्रवक्ता ने बताया कि मायावती के भाषण की सीडी जिसमें गाने हैं और मायावतीका भाषण है तथा जो किताब वितरित की गयी है उसे उम्मीदवारों ने छपवाई जिन्हें दिया गया है वे अपने क्षेत्रों में प्रयोग कर सकेंगे।