हलिया (मिर्ज़ापुर): मां-बेटा घायल होने के बाद ग्रामीणों ने लकड़बग्घा को लाठी-डंडों से पीटकर मार डाला। घटना की सूचना मिलने पर डीएफओ तापस मिहिर, डॉक्टर कमलेश कुमार और विपुल राय मौके पर पहुंचे। बन कर्मचारियों ने मृत लकड़बग्घे को रेंज कैंपस में लाकर दाह संस्कार कर दिया।
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डीएफओ तापस मिहिर ने बताया कि वे घटना स्थल पर जाकर घायलों की स्थिति का आकलन करेंगे। वस्तुस्थिति देखने के बाद जंगली जानवर को मारने वालों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। डॉक्टर कमलेश कुमार ने बताया कि लकड़बग्घे के शरीर और मुंह पर चोट के निशान पाए गए हैं।
ग्राम प्रधान गेंदा देवी ने कहा कि लकड़बग्घा जंगल से लगभग 500 मीटर दूर घर में घुसकर हमला किया। इस दौरान परिजन मध्यप्रदेश के बैढ़न में दवा के इलाज के लिए गए थे, लेकिन स्थिति गंभीर होने पर चिकित्सक ने उन्हें जिला चिकित्सालय सिंगरौली के लिए रेफर कर दिया है। घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
यह घटना दर्शाती है कि जंगली जानवरों के हमलों से ग्रामीणों की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है, जिसे प्रशासन को प्राथमिकता से देखना चाहिए।