“‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ पर अखिलेश यादव का तीखा बयान। कहा- अगर पीएम मोदी को इतनी जल्दी है तो सरकार भंग करें और पूरे देश में आज ही चुनाव कराएं। जानें इस सियासी बयान के पीछे की पूरी कहानी।”
नई दिल्ली। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इन दिनों ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ का मुद्दा गरमाया हुआ है। विपक्षी दल इस प्रस्ताव पर सवाल खड़े कर रहे हैं, जबकि केंद्र सरकार इसे देशहित में अहम कदम बता रही है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है।
अखिलेश यादव ने कहा, “अगर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा को ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ की इतनी जल्दी है तो वह खुद इसकी शुरुआत करें। प्रधानमंत्री आज सदन में आ रहे हैं। वह घोषणा करें कि केंद्र सरकार भंग कर दी जाएगी और सभी राज्यों की सरकारें भी साथ छोड़ दें। पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने का इससे अच्छा समय और कोई नहीं होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि ‘संविधान पर चर्चा’ का मतलब केवल बयानबाजी तक सीमित नहीं होना चाहिए। यदि सरकारें गंभीर हैं, तो उन्हें आज ही इस पर अमल करना चाहिए। अखिलेश का यह बयान राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर चुका है।
बीजेपी ने अखिलेश के बयान को महज राजनीतिक बयानबाजी बताया। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “यह विपक्ष की हताशा है। ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ देश के संसाधनों को बचाने और सुचारू प्रशासन के लिए आवश्यक है।”
यह पहली बार नहीं है जब विपक्ष ने ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। इससे पहले कांग्रेस और टीएमसी भी इस प्रस्ताव को लेकर सवाल उठा चुके हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की परिकल्पना लागू करना आसान नहीं है। इसके लिए संविधान संशोधन, राज्यों की सहमति और चुनाव आयोग के व्यापक स्तर पर तैयारी की आवश्यकता होगी।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल
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