गोरखपुर, 12 अक्टूबर। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने मानसरोवर रामलीला मैदान में आयोजित प्रभु श्रीराम के राजतिलक समारोह में कहा कि जब हम संगठित रहेंगे, तब ही सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने छुआछूत और अश्पृश्यता को दूर करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि संगठित रहने के अभाव में आक्रांताओं ने हमारे धार्मिक स्थलों को अपवित्र करने का दुस्साहस किया है।
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आक्रांताओं से सुरक्षा का आह्वान
सीएम योगी ने कहा, “हमारा हर काम देश के नाम होना चाहिए। संगठित न रहने के कारण ही काशी विश्वनाथ, अयोध्या राम मंदिर और श्रीकृष्ण मंदिर को आक्रांताओं ने अपवित्र किया। यदि हम संगठित नहीं रहेंगे, तो फिर ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।” उन्होंने सामाजिक एकता की आवश्यकता पर बल दिया और जाति, मत, संप्रदाय, भाषा जैसे भेदभाव से दूर रहने का आह्वान किया।
समाज की विरासत को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि संगठित रहने से हम न केवल अपने बल्कि राष्ट्र की भी सुरक्षा कर सकते हैं। “मध्यकाल में समाज को विखंडित करने वाले विषाणु आज भी बिखरे पड़े हैं। हमें इन्हें पनपने नहीं देना है। व्यक्तिगत स्वार्थ कभी भी राष्ट्र से बड़ा नहीं हो सकता,” उन्होंने कहा।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर का महत्व
सीएम योगी ने अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सब सामाजिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि अयोध्या में रसोईगृह माता शबरी के नाम पर और यात्री विश्रामालय निषादराज के नाम पर बनाया गया है। “यह सामाजिक एकता भारत की विरासत का हिस्सा है,” उन्होंने कहा।
धर्म और मानवता का संदेश
मुख्यमंत्री ने विजयादशमी के अवसर पर भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक को समर्पित करते हुए कहा कि उनका अवतरण मानवता के कल्याण के लिए हुआ। “जो भी मानवता के खिलाफ काम करेगा, उसका रावण की भांति पुतला जलेगा। जो धर्म, सत्य और न्याय के मार्ग पर चलेगा, उसकी पूजा होती रहेगी,” उन्होंने कहा।
इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, विधायक विपिन सिंह, और कई अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने अपने पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी का स्मरण करते हुए कहा कि उनका अंतिम सपना राम मंदिर का निर्माण देखना था, जो अब साकार हो चुका है।
इस समारोह ने एक बार फिर से संगठित रहने और देश की सुरक्षा के लिए एकजुट होने का संदेश दिया है।