“भारत और पाकिस्तान ने 1 जनवरी को परमाणु प्रतिष्ठानों, कैदियों और मछुआरों की सूची साझा की। यह प्रक्रिया 1988 और 2008 के समझौतों के तहत हर साल होती है।”
नई दिल्ली । भारत-पाकिस्तान ने एकदूसरे को परमाणु ठिकानों की जानकारी दी भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे को परमाणु प्रतिष्ठानों, कैदियों और मछुआरों की सूची साझा की है। यह प्रक्रिया 2008 के कंसुलर एक्सेस समझौते और 1988 के परमाणु प्रतिष्ठान समझौते के तहत हुई।
2008 का समझौता: इस समझौते के तहत हर साल 1 जनवरी और 1 जुलाई को दोनों देश अपने कैदियों और मछुआरों के बारे में जानकारी साझा करते हैं।
1988 का समझौता: 31 दिसंबर 1988 को हुए परमाणु प्रतिष्ठान समझौते के तहत दोनों देश हर साल 1 जनवरी को अपने परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची साझा करते हैं और परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला न करने का वचन देते हैं।
इस वर्ष भी, दोनों देशों ने इन समझौतों का पालन करते हुए अपनी-अपनी सूचियां साझा कीं। यह प्रक्रिया क्षेत्रीय शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की जाती है।