“उत्तर प्रदेश के जनधन खातों में 50,000 करोड़ से अधिक की राशि जमा। गोंडा, प्रयागराज और जौनपुर सबसे आगे। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद खातों में तेजी से वृद्धि। पढ़ें पूरी खबर।”
उत्तर प्रदेश। गरीबों के लिए जीरो बैलेंस पर खोले गए जनधन खातों में उत्तर प्रदेश ने देश में सबसे बड़ी हिस्सेदारी दर्ज की है। आंकड़ों के मुताबिक, देशभर के कुल जनधन खातों में से 18% खाते अकेले यूपी में हैं। यूपी के 9 करोड़ 57 लाख जनधन खातों में 50,000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जमा है।
सबसे अधिक जमा राशि वाले जिलों में गोंडा शीर्ष पर है, जहां 2809 करोड़ रुपए जमा हैं। इसके बाद प्रयागराज (1928 करोड़), जौनपुर (1505 करोड़), प्रतापगढ़ (1373 करोड़), और वाराणसी (1272 करोड़) आते हैं।
अयोध्या में रिकॉर्ड वृद्धि:
राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या के जनधन खातों में जमा राशि में तेजी आई है। तीन साल पहले जहां अयोध्या के खातों में 700 करोड़ रुपए थे, वहीं अब यह बढ़कर 1091 करोड़ रुपए हो गई है।
निष्क्रिय खातों की चुनौती:
हालांकि, यूपी के कुल खातों में से 2 करोड़ 33 लाख खाते निष्क्रिय हैं और 76 लाख खातों में कोई पैसा नहीं है। बावजूद इसके, प्रति जनधन खाते में औसत जमा राशि 5538 रुपए है, जो राष्ट्रीय औसत (4470 रुपए) से अधिक है।
टॉप 5 जिले और आंकड़े:
- गोंडा: 2809 करोड़
- प्रयागराज: 1928 करोड़
- जौनपुर: 1505 करोड़
- प्रतापगढ़: 1373 करोड़
- वाराणसी: 1272 करोड़
यूपी के 12 जिलों में जनधन खातों की जमा राशि 1000 करोड़ रुपए से अधिक है। इनमें गोंडा, प्रयागराज, अयोध्या, आजमगढ़, बरेली, और फतेहपुर जैसे जिले शामिल हैं।
विशेष जानकारी:
राष्ट्रीय औसत: प्रति जनधन खाता 4470 रुपए
यूपी का औसत: प्रति खाता 5538 रुपए
निष्क्रिय खाते: 2.33 करोड़
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