सहारनपुर। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने पार्टी व परिवार में पड़ी दरार पर गुरुवार को इशारों-इशारों में जमकर दर्द बयान किया।
कहा कि हमें चापलूसों से सतर्क रहते हुए आलोचकों को अपनाना चाहिए। क्योंकि चापलूस हमें जमीनी हकीकत से दूर करने का काम करते हैं। जिससे सरकार, परिवार व संगठन में दूरी बढ़ती है। हालांकि पूर्व काबीना मंत्री ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन समाजवादी पार्टी में चल रही अंदरूनी कलह पर इशारों ही इशारों में बहुत कुछ कह गए।
शिवपाल यादव ने कहा कि सब लोग एक होकर रहेंगे, तभी प्रदेश व परिवार तरक्की करेगा। लेकिन कुछ आंतरिक लोग चापलूसी की सभी सीमाएं लांघ रहे है। जिनका हमें एकजुट होकर सामना करने की आवश्यकता है। ताकि चापलूसों द्वारा की जा रही गड़बड़ी से परिवार व प्रदेश को बचाया जा सके।
पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने बसपा व भाजपा पर भी जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती पर भ्राष्टाचार बढ़ावा देने का आरोप लगाया। जबकि भाजपा को सांप्रदायिक पार्टी करार दिया। कहा कि बसपा की निवर्तमान सरकार में उत्तर प्रदेश मेें भ्रष्टाचार की सभी सीमाएं टूट गई थी। कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने देश व प्रदेश को बांटने का काम किया है। हमें इन दलों से सतर्क रहते हुए प्रदेश को विकास के मार्ग पर ले जाने के लिए एकजुट होना होगा।
वे गुरुवार को स्व. राज्यमंत्री एवं पूर्व क्षेत्रीय विधायक राजेंद्र सिंह राणा की प्रथम पुण्यतिथि पर उनके गांव भायला कला में हिस्सा लेने पहुंचे थे। वे स्व. राणा की 15 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान शिवपाल ने राजेंद्र सिंह राणा को समाजवादी पार्टी का सच्चा साथी बताते हुए कहा कि आज राजेंद्र राणा हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी यादे हमेशा हमारे साथ रहेंगी।
इस दौरान काबीना मंत्री ने बिना नाम लिये मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव, प्रोफेसर रामगोपाल यादव पर जमकर कटाक्ष किये और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को अपना नेता बताया। हालांकि काबीना मंत्री ने कई बार यह कहा कि हम सब एक हैं लेकिन यादव परिवार में पड़ी दरार बिल्कुल साफ नजर आई।
उन्होंने जोर देकर कहा कि समाजवादी पार्टी, प्रदेश सरकार और परिवार एक है। पार्टी सुप्रीमों ने उन्हें संगठन की जिम्मेदारी सौंपी है, जिसका वह पूरी निष्ठा व तन्मयता के साथ निर्वहन करेंगे। कहा कि वर्तमान में हमें सांप्रदायिकता, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी व उपेक्षा के खिलाफ लड़ाई लड़नी है। जिसके लिए वह राम मनोहर लोहिया तथा चौ. चरण सिंह के लोगों को एकत्र कर एकजुट करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने मौजूद लोगों को हाथ उठाकर सपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने का संकल्प दिलाया।
जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन व स्व. राजेंद्र सिंह राणा के अनुज अरुण राणा ने कहा कि उनके स्व. भाई राजेंद्र सिंह राणा ने वर्ष 23 में अपनी अद्वितीय कूटनीतिक प्रतिभा का परिचय देते हुए सपा की बिना शर्त के सरकार बनवाई थी। लेकिन उनकी मृत्यु के बाद से ही उनका परिवार सड़कों पर आ गया है। उनके परिवार को सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के सहारे की जरूरत है। ताकि वह फिर से क्षेत्र के लिए संघर्ष करते हुए जनता की आवाज बुलंद कर सकें।