जम्मू-कश्मीर में हालिया आतंकी हमलों के मद्देनजर, प्रशासन ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है। इमरजेंसी जैसी स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। सभी आवश्यक दवाओं, इमरजेंसी उपकरणों और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की अनावश्यक छुट्टियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। इस कंट्रोल रूम का संपर्क नंबर जारी किया गया है, ताकि नागरिकों को तत्काल सहायता मिल सके।
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अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत सुरक्षा बलों को दें। इसके अलावा, सभी अस्पतालों को निर्देशित किया गया है कि वे अपनी इमरजेंसी सेवाओं को 24 घंटे सक्रिय रखें और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें।
यह कदम राज्य में सुरक्षा स्थिति को बेहतर बनाने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। प्रशासन का कहना है कि इस तरह के उपायों से किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया संभव होगी।