चेन्नई। AIADMK ने दावा किया है कि जयललिता के निधन की खबर से तमिलनाडु की जनता दुख और सदमे में है। जिसकी वजह से अब तक 280 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों के परिवार को 3 लाख रुपए मुआवजा देने का पार्टी ने एलान किया है। पार्टी ने इन लोगों की लिस्ट जारी की है।
AIADMK ने बताया कि इन 280 लोगों में से 203 लोग चेन्नई, वेल्लोर, तुरुवालोर, तिरुवअनंतपुरम, कुड्डलोर, कृषिनगर, एरोड और तिरुपुर जिलों के हैं। पार्टी ने इससे पहले 77 लोगों की लिस्ट जारी की थी।
जयललिता 75 दिन तक चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती रहीं। इस दौरान उनके समर्थक 24 घंटे हॉस्पिटल के बाहर खड़े रहे। कुछ दिन पहले सेंटल इंटेलिजेंस एजेंसीज ने 30 लोगों के मरने और चार लोगों के सुसाइड करने की पुष्टि की थी।
यह खबरें भी आईं कि कथित रूप से सुसाइड की कोशिश करने वाले पार्टी वर्कर्स और अपनी उंगलियां काट लेने वाले लोगों को भी AIADMK ने 50-50 हजार रुपये देने का एलान किया था।
मुरुथुर गोपालन रामचंद्रन (MGR) ने डीएमके से अलग होकर 1972 में एआईएडीएमके पार्टी बनाई और 5 साल बाद ही सीएम भी बन गए। वे ही अम्मा को राजनीति में लाए थे। MGR के निधन के वक्त पूरे तमिलनाडु में दंगे शुरू हो गए थे। उस वक्त की रिपोर्ट्स बताती हैं, “भीड़ ने दुकानों, सिनेमाघरों, पब्लिक और प्राइवेट प्रॉपर्टी को निशाना बनाना शुरू कर दिया था”। MGR के फ्यूनरल को अब तक के सबसे ज्यादा वॉयलेंट फ्यूनरल में से एक माना जाता है।
इसके बाद जब जयललिता की सेहत बिगड़ी और हालात गंभीर हो गए तो केंद्र ने पूरे मामले पर नजर बनाए रखी। गृहमंत्री खुद हालात पर नजर रख रहे थे, ताकि 1987 जैसी घटनाएं दोहराई ना जा सकें।