“झांसी मेडिकल कॉलेज के SNCU वार्ड में भीषण आग से 10 बच्चों की मौत हो गई। हादसे में 39 बच्चों को बचाया गया। फायर एक्सटिंग्विशर की विफलता ने मामले को और गंभीर बना दिया। डिप्टी सीएम ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।”
झांसी। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात को SNCU वार्ड में लगी आग ने 10 मासूमों की जान ले ली। हादसे में 7 बच्चों के शव परिजनों को सौंप दिए गए, जबकि 3 बच्चों की शिनाख्त अभी नहीं हो पाई है।
आग लगने की वजह और हालात
हादसा रात करीब 10:30 बजे हुआ। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में हुए स्पार्क के कारण आग लगी और फिर धमाका हुआ। आग इतनी तेजी से फैली कि पूरे वार्ड में धुंआ और चीख-पुकार मच गई। मौके पर पहुंचे वार्ड बॉय ने फायर एक्सटिंग्विशर चलाने की कोशिश की, लेकिन वह 4 साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था।
20 घंटे बाद 7 लापता बच्चों का पता चला
हादसे के बाद 8 बच्चों के लापता होने की खबर थी, जिनमें से 7 बच्चों को 20 घंटे बाद ढूंढ लिया गया। हालांकि, अभी भी एक बच्चे की कोई खबर नहीं है।
बचाव कार्य और आरोप
एक स्थानीय युवक ने 4-5 बच्चों को अपनी जान जोखिम में डालकर बचाया। युवक ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन ने उसे मीडिया से बात न करने की धमकी दी। प्रशासन ने हालांकि, 10 बच्चों की मौत की पुष्टि करते हुए ज्यादा मौतों की खबर को अफवाह बताया।
डिप्टी सीएम का बयान
हादसे के दौरान अस्पताल और इलाके की सफाई का वीडियो वायरल होने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने नाराजगी जताई। उन्होंने जिलाधिकारी से उन लोगों पर कार्रवाई का निर्देश दिया, जिन्होंने मामले को छुपाने के लिए सड़क पर चूना डलवाया।
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विशेष संवाददाता: मनोज शुक्ल