मुंबई। स्कॉर्पीन क्लास की दूसरी सबमरीन (पनडुब्बी) खांदेरी को गुरुवार को मझगांव में नेवी में शामिल किया गया। इसे बाद में समुद्र में उतारा जाएगा। इस पनडुब्बी को भारत में ही तैयार किया गया है।
खांदेरी की खासियत है कि ये पानी के भीतर या सतह पर टॉरपीडो के साथ-साथ पोत-रोधी मिसाइलों से वार करने और रडार से बच निकलने की उत्कृष्ट क्षमता से लैस है। खांदेरी के भारतीय नौसेना बेड़े में शामिल होने से भारत की समुद्री ताकत पहले से और बेहतर हो गई है और इससे पाकिस्तान और चीन की चिंताएं बढ़ना भी तय माना जा रहा है।
बता दें कि सैन्य मामलों के विशेषज्ञ केली मिज़ोकामी के मुताबिक दुनिया की सबसे मजबूत पांच नौसेना में एशिया से भारत और चीन शामिल हो गए हैं। साल 2030 तक रूस, चीन, भारत, अमेरिका और ब्रिटेन की नौसेनाएं दुनिया की कुल समुद्री शक्ति का 40% हो जाएंगी।
खांदेरी की खासियत :
यह दुश्मन का पता लगते ही उस पर गाइडेड हथियारों से हमला कर सकती है।यह पानी के नीचे से और सतह से दुश्मन पर हमला कर सकती है।इससे टॉरपीडो के साथ-साथ ट्यूब से भी एंटी शिप मिसाइलें दागी जा सकती हैं।इसकी स्टैल्थ टेक्नीक इसे दूसरी सबमरीन्स के मुकाबले शानदार व बेजोड़ बनाती है।
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