नई दिल्ली। जस्टिस जगदीश सिंह खेहर देश के 44वें प्रधान न्यायाधीश होंगे। प्रधान न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर ने मंगलवार को पत्र लिखकर अपने उत्तराधिकारी के तौर पर उनके नाम का प्रस्ताव किया।
जस्टिस ठाकुर का कार्यकाल तीन जनवरी, 2017 तक है। चार जनवरी, 2017 को जस्टिस खेहर (64) शपथ ग्रहण करेंगे।
सिख समुदाय से वह देश के पहले प्रधान न्यायाधीश होंगे और उनका कार्यकाल 27 अगस्त, 2017 (करीब सात महीने) तक होगा। कौन हैं
जस्टिस खेहर?
देश के अगले मुख्य न्यायाधीश जस्टिस खेहर का जन्म 28 जनवरी 1952 को हुआ था। उनका पूरा नाम जगदीश सिंह खेहर है। साल 1974 में चंडीगढ़ के एक कॉलेज से विज्ञान में स्नातक करने के बाद उन्होंने 1977 में पंजाब विश्विद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की। इसके बाद साल 1979 में उन्होंने एलएलएम किया। यूनिवर्सिटी में अच्छे प्रदर्शन के लिए उन्हें गोल्ड मेडल से नवाजा गया।
साल 1979 में उन्होंने वकालत शुरू की। खेहर ने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत का अभ्यास किया। 1992 में उन्हें पंजाब में अतिरिक्त महाधिवक्ता नियुक्त किया गया। जिसके बाद 1995 में वो वरिष्ठ वकील बने। इसके बाद जस्टिस खेहर उत्तराखंड और फिर कर्नाटक हाईकोर्ट में में मुख्य न्यायाधीश बने। जस्टिस केहर साल 2011 में सुप्रीम कोर्ट में बतौर जज नियुक्त हुए थे।