कानपुर: पुलिस की छवि को धूमिल करने वाले एक गंभीर मामले में कानपुर पुलिस में बड़ी कार्रवाई हुई है। सोना हड़पने के मामले में थानाध्यक्ष के खास सिपाही आकाश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। अब तक इस मामले में कुल पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है, जबकि दो उपनिरीक्षकों को अवैध वसूली के आरोप में जेल भेज दिया गया है।
30 सितंबर को बर्रा छह एमआईजी कॉलोनी निवासी शिक्षिका दुबे के घर से 25 से 30 लाख रुपये के गहने और नगदी चोरी हो गई थी। इस मामले में बर्रा पुलिस जांच कर रही थी। इसी दौरान रेल बाजार थाने की प्रभारी विजय दर्शन शर्मा ने चोरों को पकड़ लिया लेकिन संदेहास्पद तरीके से उन्हें सोना लेकर छोड़ दिया।
इस मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस कमिश्नर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रेल बाजार थाने के थानाध्यक्ष, दरोगा नवीन श्रीवास्तव, दीवान सुभाष तिवारी और हामिल हफीज को निलंबित कर दिया। अब इस क्रम में थानेदार का करीबी सिपाही आकाश कुमार भी निलंबित हो गया है।
यह भी पढ़ें: पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
अपर पुलिस आयुक्त का बयान
अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंदर ने कहा कि पुलिस की छवि धूमिल करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यदि जांच में यह साबित हो जाता है कि निलंबित पुलिसकर्मी दोषी हैं, तो उन्हें आपराधिक मुकदमे में सह अभियुक्त बनाया जाएगा और जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
अवैध वसूली के मामले में कार्रवाई
अवैध वसूली के आरोप में गिरफ्तार किए गए दो उपनिरीक्षकों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस प्रशासन ने इस मामले में जांच को तेज कर दिया है और किसी भी प्रकार की अनियमितता को सहन नहीं करने का आश्वासन दिया है।
इस घटनाक्रम ने कानपुर पुलिस की कार्यप्रणाली और उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस तरह की अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं करेगा और दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। आने वाले समय में इस मामले की तहकीकात के बाद और भी सख्त कदम उठाए जाने की संभावना है।