दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज को ध्यान में रखते हुए बलरामपुर पुलिस और SSB ने इंडो-नेपाल बॉर्डर पर संयुक्त गश्त बढ़ा दी है। सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर तस्करी और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
बलरामपुर। दीपावली गोवर्धन पूजा और भाई दूज जैसे प्रमुख भारतीय त्योहारों के दौरान शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए बलरामपुर जिले में इंडो-नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के निर्देशानुसार बलरामपुर पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवानों ने नेपाल सीमा से लगे संवेदनशील इलाकों में संयुक्त रूप से पैदल गश्त शुरू की है। इस कदम का उद्देश्य बॉर्डर पर किसी भी अवांछित गतिविधि पर नियंत्रण रखना और स्थानीय निवासियों में सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देना है।
गश्त के दौरान पुलिस और SSB के जवानों ने बॉर्डर से सटे गाँवों, जंगलों की पगडंडियों, और अन्य संवेदनशील स्थानों पर नियमित रूप से संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की चेकिंग की। पुलिस ने सीमावर्ती गाँवों जैसे खबरीनाका, कोइलाबास और गुरुंग में भ्रमण किया, जहां ग्रामीणों को तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों के खिलाफ सतर्क रहने की सलाह दी गई।
बॉर्डर पर सुरक्षा को और भी पुख्ता करने के लिए पुलिस द्वारा ग्राम सुरक्षा समितियों और स्थानीय प्रतिष्ठित नागरिकों के माध्यम से मादक पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी और गौ तस्करी के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय निवासियों को किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने के लिए प्रोत्साहित किया गया, जिससे कि इस प्रकार की गैरकानूनी गतिविधियों को नियंत्रित किया जा सके।
गश्त के दौरान पुलिस टीम ने सीमावर्ती निवासियों को आश्वासन दिया कि त्योहारों के दौरान क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य बॉर्डर पर अपराधियों में भय उत्पन्न करना और सीमावर्ती क्षेत्रों को सुरक्षित बनाना है। पुलिस और SSB का यह संयुक्त अभियान त्योहारों के दौरान लोगों के लिए एक सशक्त सुरक्षा कवच प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
इस तरह की गश्त और सक्रिय निगरानी से सीमा पर तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण बनाया जा सकता है, जिससे त्योहारों का माहौल शांतिपूर्ण बना रहे।