“कनाडा में हिज्ब उत तहरीर 18 जनवरी को खलीफा कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगा। इस्लामिक खिलाफत और शरिया कानून लागू करने की मंशा से हो रहे इस आयोजन ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।”
मिसिसॉगा, कनाडा: प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद, कनाडा में आतंकियों की गतिविधियां तेज़ हो गई हैं। इस्लामिक आतंकी संगठन हिज्ब उत तहरीर ने 18 जनवरी को मिसिसॉगा में खलीफा कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की घोषणा की है। यह सम्मेलन इस्लामिक खिलाफत की बहाली और शरिया कानून लागू करने को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हो रहा है।
कनाडाई सांसद केविन व्योंग ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “ट्रूडो सरकार के समय में कनाडा आतंकियों के लिए स्वर्ग बन गया है।”
यह सम्मेलन कई विवादों को जन्म दे रहा है। खुफिया एजेंसियां इसे कनाडा की सुरक्षा के लिए खतरा मान रही हैं। इस बीच, कनाडाई जनता में इस कार्यक्रम को लेकर विरोध तेज़ हो रहा है।
क्या है हिज्ब उत तहरीर का एजेंडा?
हिज्ब उत तहरीर एक चरमपंथी इस्लामिक संगठन है जो दुनियाभर में इस्लामिक खिलाफत स्थापित करने और शरिया कानून लागू करने का लक्ष्य रखता है। इस संगठन की गतिविधियां कई देशों में प्रतिबंधित हैं, लेकिन कनाडा में अब तक इसे खुली छूट मिली हुई है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल
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