“यूपी बिजली विभाग ने एकमुश्त समाधान योजना में ढिलाई बरतने पर 48 इंजीनियरों को सस्पेंड किया और 129 लाइनमैन तथा 85 मीटर रीडरों को हटा दिया। डॉ. आशीष कुमार ने खराब प्रदर्शन वाले इंजीनियरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया।”
लखनऊ। यूपी बिजली विभाग ने एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) में ढिलाई बरतने वाले कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की है। विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आशीष कुमार ने खराब प्रदर्शन के आरोप में 48 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया, जबकि 129 लाइनमैन और 85 मीटर रीडरों को सेवा से हटाने का आदेश जारी किया है।
यह कार्रवाई राज्य सरकार द्वारा ओटीएस योजना को सुचारू रूप से लागू करने के उद्देश्य से की गई। योजना के तहत उपभोक्ताओं को बिजली बिल के बकायों पर राहत दी जानी थी, लेकिन कई अधिकारियों और कर्मियों की लापरवाही के कारण योजना का लाभ कई क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाया।
डॉ. आशीष कुमार ने सभी जोनल चीफ इंजीनियरों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कामकाज की गहन समीक्षा करें और बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करें।
कार्रवाई का विवरण:
- 48 इंजीनियर सस्पेंड: इनमें मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता और सहायक अभियंता शामिल हैं।
- 129 लाइनमैन हटाए गए: इन पर उपभोक्ता शिकायतों की अनदेखी और लापरवाही का आरोप था।
- 85 मीटर रीडर हटाए गए: बिलिंग डेटा में गड़बड़ियों की शिकायतें पाई गईं।
डॉ. कुमार ने कहा, “योजना को प्रभावी रूप से लागू करने में नाकामी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” विभाग ने साफ किया है कि भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
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विशेष संवाददाता: मनोज शुक्ल।