“लखनऊ में घंटाघर के पास जमीन विवाद: LDA ने सरकारी जमीन बताकर बुलडोजर कार्रवाई शुरू की। भाजपा नेता बुक्कल नवाब पर कब्जे का आरोप। पुश्तैनी मालिकों ने विरोध किया। जानें पूरा मामला।”
लखनऊ। घंटाघर इलाके में जमीन विवाद ने एक बार फिर राजनीतिक रंग ले लिया है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने शनिवार शाम 1,15,000 वर्ग फुट जमीन को खाली कराने के लिए बुलडोजर चलाने की कोशिश की। इस दौरान स्थानीय लोगों ने कार्रवाई का कड़ा विरोध किया।
LDA का पक्ष:
LDA ने इस जमीन को नजूल भूमि (सरकारी जमीन) बताया। अधिकारियों का कहना है कि जमीन पर अवैध कब्जा किया गया था, जिसे हटाना जरूरी था।
स्थानीय निवासियों का पक्ष:
स्थानीय निवासी तौहीद अहमद और उनके परिवार ने दावा किया कि यह जमीन उनकी पुश्तैनी संपत्ति है। उनके पास 1862 के पुराने दस्तावेज़ और अन्य वैध कागजात मौजूद हैं। उन्होंने LDA पर बिना लिखित आदेश के कार्रवाई करने का आरोप लगाया।
बुक्कल नवाब का नाम विवाद में:
भाजपा के पूर्व एमएलसी बुक्कल नवाब पर जमीन कब्जाने का आरोप लगाया गया है। हालांकि, उनके रिश्तेदारों ने दावा किया कि यह उनकी जमीन है और LDA जबरन पार्किंग बनाने की योजना बना रहा है।
मौके की स्थिति:
- बुलडोजर के सामने खड़े होकर स्थानीय लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया।
- LDA अधिकारियों ने बाउंड्री और टीन शेड को अवैध बताया।
- पुलिस और LDA के सुरक्षा कर्मियों की भारी तैनाती की गई।
कोर्ट का आदेश:
तौहीद अहमद ने दावा किया कि हाईकोर्ट ने इस जमीन पर किसी भी तरह के विवाद से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि LDA टीम ने कोर्ट का आदेश भी नजरअंदाज किया।
क्या है अगला कदम?
मामला अब हाईकोर्ट की ओर बढ़ सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि LDA ने कार्रवाई जारी रखी, तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल