“महाकुंभ 2025 में हिंदू धर्म में घर वापसी का बड़ा आयोजन। अखाड़ा परिषद के नेतृत्व में यम नियम, पंच गव्य और राजसी स्नान के जरिए वर्षों पहले धर्म बदले लोगों को वापस लाने की तैयारी।”
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की है। इस बार महाकुंभ में उन लोगों की घर वापसी कराई जाएगी, जिनके पूर्वज वर्षों पहले भय, लोभ और लालच के कारण हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई या मुसलमान बन गए थे।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि यह कार्यक्रम पारंपरिक वैदिक रीति-रिवाजों के तहत आयोजित होगा। “यम नियम, पंच गव्य और राजसी स्नान के माध्यम से धर्मांतरण कर चुके लोगों की घर वापसी कराई जाएगी,”
परिषद ने हजारों लोगों से संपर्क किया है, जिनके पूर्वजों ने भय या प्रलोभन में धर्म परिवर्तन किया था।
यह कार्यक्रम संगम तट पर आयोजित होगा, जिसमें विशेष पूजा-अनुष्ठान और स्नान का आयोजन किया जाएगा।
वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक अनुष्ठान के साथ घर वापसी की प्रक्रिया पूरी होगी।
अखाड़ा परिषद का मानना है कि महाकुंभ जैसे धार्मिक अवसर पर यह पहल हिंदू संस्कृति और परंपरा को मजबूत करेगी। “यह उन लोगों के लिए एक नया अवसर है, जिन्होंने ऐतिहासिक कारणों से अपना धर्म बदल लिया था,”
यह पहल वैदिक परंपरा के तहत ‘धर्म रक्षा अभियान’ का हिस्सा है।
घर वापसी के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संत और महात्मा शामिल होंगे।