प्रयागराज: महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत यूपी पुलिस ने विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसका मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं के प्रति विनम्रता और सहायता प्रदान करना है। प्रयागराज के परेड ग्राउंड में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों को “सुरक्षा आपकी-संकल्प हमारा” के ध्येय के तहत सॉफ्ट बिहेवियर और जेंडर सेंसटाइजेशन पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
सॉफ्ट स्किल और जेंडर सेंसटाइजेशन पर जोर
प्रशिक्षण कार्यक्रम का पहला चरण 21 दिनों तक चलेगा, जिसमें दो बैच में पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। यूपी पुलिस का ध्यान श्रद्धालुओं की मदद करने, उनके साथ संवाद करने, और उचित मार्गदर्शन देने पर है। एसएसपी कुंभ, राजेश द्ववेदी ने बताया कि महाकुंभ के दौरान लगभग 40 करोड़ लोगों के आने की संभावना है, जिसमें मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या के दिन लगभग 10 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान करेंगे।
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तकनीकी सहायता का उपयोग
प्रशिक्षण में एआई तकनीक का उपयोग करते हुए पुलिसकर्मियों को भाषाई अनुवाद के लिए विशेष एप्लिकेशन का उपयोग सिखाया जाएगा। यह एप्लिकेशन विभिन्न भाषाओं का अनुवाद करने में सक्षम होगा, जिससे विदेशी श्रद्धालुओं को उनकी भाषा में मदद मिल सकेगी। इसके अलावा, पुलिसकर्मियों को चैटबॉट्स के उपयोग के बारे में भी जानकारी दी जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं की समस्याओं का समाधान तुरंत किया जा सके।
महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा
महाकुंभ में लाखों महिला श्रद्धालुओं की उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए, जेंडर सेंसटाइजेशन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। एसएसपी ने बताया कि भले ही महिला पुलिसकर्मियों की संख्या सीमित हो, पुरुष पुलिसकर्मियों को महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता और मदद का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जल पुलिस, एडीआरफ और एसडीआरफ के सैनिकों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे स्नान के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।
महाकुंभ 2025 में यूपी पुलिस का मुख्य ध्येय है श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ-साथ उन्हें एक सुखद अनुभव प्रदान करना। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिव्य, भव्य और सुरक्षित महाकुंभ के संकल्प को पूरा करने के लिए किया जा रहा है।
इस महाकुंभ में यूपी पुलिस मानवता की अनूठी मिसाल पेश करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। पुलिस का प्रयास है कि श्रद्धालु महाकुंभ से पुण्य और सुखद अनुभव लेकर लौटें, और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।