मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि झिरवल ने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूदने का प्रयास किया, लेकिन नीचे बिछे जाल की वजह से उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई। यह घटना उस समय हुई जब उन्होंने धनगर समाज को अनुसूचित जनजाति (ST) कोटे से आरक्षण दिए जाने के निर्णय के विरोध में यह कदम उठाने का फैसला किया।
घटनाक्रम का विवरण
जानकारी के अनुसार, नरहरि झिरवल ने अपनी इस कार्रवाई से संबंधित बयान देते हुए कहा कि वे अपने समाज के हक के लिए इस तरह का विरोध दर्ज कराना चाहते थे। उनके इस कदम से मंत्रालय में हड़कंप मच गया, लेकिन नीचे बिछा जाल उनकी जान बचाने में सफल रहा। उन्हें तुरंत अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनका मेडिकल चेक-अप किया गया।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद राज्य के कई राजनीतिक नेताओं ने झिरवल की स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि ऐसे कदम उठाना किसी भी प्रकार से उचित नहीं है और समाज के मुद्दों को सुलझाने के लिए शांतिपूर्ण संवाद आवश्यक है।
सुरक्षा इंतजाम
इस घटना ने मंत्रालय के सुरक्षा इंतजामों पर भी सवाल खड़े किए हैं। अधिकारियों ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने का निर्णय लिया है।
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