“बीएसपी प्रमुख मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में संविधान पर चर्चा को नाटक बताया। बीजेपी-कांग्रेस दोनों पर हमला बोलते हुए उन्होंने सरकार की नीतियों को हर वर्ग के लिए विफल बताया।“
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संसद में संविधान पर चर्चा और सरकार की नीतियों को लेकर तीखा हमला किया। उन्होंने इसे “नाटक” बताते हुए कहा कि न तो कांग्रेस और न ही बीजेपी ने संविधान को सही मायने में लागू करने का प्रयास किया।
मायावती ने कहा, “संविधान पर चर्चा में गंभीरता का अभाव था। सरकार ने इसे सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा बनाकर ध्यान भटकाने का काम किया है। देश पर राज करने वाले नेता हर वर्ग को परेशान कर रहे हैं।”
संविधान पर चर्चा और राजनीतिकरण का आरोप
मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दोनों दलों ने संविधान का राजनीतिकरण किया है। उन्होंने कहा, “बीजेपी भी कांग्रेस के रास्ते पर चल रही है। पिछड़ों को आरक्षण दिलाने के बजाय यह सरकारें उनका अपमान कर रही हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि “संसद में मेरा भी अपमान हुआ। यह गंभीर मुद्दा है कि सरकार संविधान पर सही से अमल नहीं कर पा रही है।”
सरकार की नीतियों पर सवाल
मायावती ने सरकार की नीतियों को हर वर्ग के लिए विफल बताया। उन्होंने कहा, “80 करोड़ लोग आज भी राशन के लिए मजबूर हैं। यह सरकार की असफलता है।” उन्होंने कांग्रेस पर भी तीखा हमला करते हुए कहा कि पार्टी वोटरों को गुमराह कर रही है।
देश के गंभीर मुद्दे दरकिनार
मायावती ने आरोप लगाया कि संसद में देश के गंभीर मुद्दों पर चर्चा के बजाय सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि “देश की गरीबी, बेरोजगारी, और किसानों की समस्याओं पर सरकार का ध्यान नहीं है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि “कांग्रेस नहीं चाहती कि पिछड़े वर्गों को आरक्षण मिले। यह उनकी नीति रही है।”
मायावती की मांग
मायावती ने सरकार से मांग की कि संविधान पर सिर्फ चर्चा नहीं बल्कि अमल किया जाए। उन्होंने संविधान के प्रति गंभीरता दिखाने और गरीबों, पिछड़ों और वंचित वर्गों के अधिकार सुनिश्चित करने की अपील की।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल