लखनऊ। मड़ियांव थाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह बेकाबू रोडवेज बस ने स्कूल वैन और दो टेम्पो में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वैन के परखच्चे उड़ गए जबकि दोनों टेम्पो पलट गए।
दर्दनाक हादसे में टेम्पो चालक राजू (30) की मौत हो गई, जबकि वैन में सवार 18 स्कूली बच्चों समेत 26 लोग घायल हो गए। बच्चों की चीख पुकार सुनकर दौड़े राहगीरों ने किसी तरह उन्हें बाहर निकाला।
हादसे के बाद भाग रहे बस चालक को लोगों ने पकड़ कर धुन दिया और पुलिस के हवाले कर दिया। राहगीरों ने स्कूल प्रशासन, पुलिस और अभिभावकों को घटना की सूचना दी। कुछ देर में अभिभावक भी मौके पर पहुंच गए। घायलों को पास के सेवा अस्पताल ले जाया गया। जहां से मामूली रूप से चोटिल बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। गम्भीर रूप से घायल अन्य लोगों को ट्रॉमा सेंटर रेफ र कर दिया गया।
घटना शनिवार सुबह 8 ़30 बजे की है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक स्कूल वैन यूपी 32 एफ एन 6580 बीकेटी की ओर से बच्चों को लेकर जा रही थी। वैन में सेंट एंटोनी इंटर कॉलेज और लखनऊ पब्लिक स्कूल की जानकीपुरम शाखा के 18 बच्चे सवार थे। छठा मील चौराहे के पास तेज रफ्तार से आ रही लखीमपुर डिपो की बस यूपी 31 टी 7918 ने वैन में पीछे से टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी तेज थी कि वैन अनियंत्रित होकर आगे सवारी के इंतजार में खड़ टेम्पो यूपी 32 क्यू 6066 से जा टकराई। टक्कर से टेम्पो ड्राइवर राजू स्कूल वैन और आगे खड़े दूसरे टेम्पो के बीच में आ गया। जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं टक्कर से दूसरा टेम्पो पलट गया। टैम्पो के नीचे आकर बंसल इंस्टीट्यूट का छात्र सुजीत गंभीर रूप से जख्मी हो गया। उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। बस चालक कुलदीप मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
राहगीरों की सक्रियता से बच्चों की जान बची
टक्कर से स्कूल वैन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। उसमें फं से बच्चे मदद के लिए चीखपुकार करने लगे। स्थानीय लोगों व राहगीरों ने तत्परता दिखाते हुए बचाव कार्य शुरू किया। लोगों ने 20 मिनट की मशक्कत के बाद बच्चों को बाहर निकाला। हादसे में घायल बच्चे प्राइमरी से कक्षा 11 तक के हैं। राहगीरों ने बच्चों की स्कूल डायरी में लिखे मोबाइल नंबर पर फोन करके उनके अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन को सूचना दी। घरवालों को देख रो पड़े बच्चे भीषण हादसे का खौफ बच्चों के मन में बैठ गया था।
हादसे की खबर पाकर बदहवास पहुंचे अभिभावकों को देख बच्चे उनसे लिपट कर रोने लगे। बच्चों की हालत देख मां.पिता की आंखें भी छलक आईं। 11वीं की छात्रा अक्षिता की मां का कहना था कि वैन में बच्चों की अधिक संख्या पर उन्होंने वैन मालिक से नाराजगी जताई थी। जिस पर उसने जनवरी से कम बच्चों को ले जाने का भरोसा दिलाया था।
एक घंटे बाद पहुंची पुलिस
घटना स्थल से मड़ियाव थाने की दूरी महज तीन किमी है। बावजूद इसके पुलिस को पहुंचने में एक घण्टा लग गया। छात्रों ने बताया एक प्राइबेट टाटा मैजिक के ड्रावर ने बच्चों की नजदीकी सेवा हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती कराया। समाजवादी एम्बुलेंस भी नहीं पहुंची बाद में पुलिस ने उन्हें ट्रॉमा पहुंचाया। फिलहाल पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को कब्जे में लेकर बस चालक कुलदीप को हिरासत में ले लिया है।
वसूली में व्यस्त रहती है पुलिस
सीतापुर रोड के दुकानदारों का आरोप है कि मड़ियांव पुलिस के सिपाही रात होते ही वाहनों को दौड़ा-दौड़ा कर वसूली करने में लगे रहते हैं और जब कोई सड़क दुर्घटना हो जाती है,तो सूचना मिलने के बावजूद देर से पहुंचती है। शनिवार की शुबह हुए सड़क हादस में अगर रांहगीर मदद में न आये होते तो कई जिन्दगियां खतरे में आ सकती थी। पुलिस रास्ता देखे बगैर रांहगीर व स्थानीय लोग मिल कर घायलों को अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया।
दो बच्चों की हालत गंभीर
हादसे के पीछे जिम्मेदार कोई भी हो या कारण जो भी हो लेकिन इस भीषण हादसे ने दो मासूमों की जान को अधर में अटका दिया है। हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए मासूम नैंसी और सूरज ट्रामा में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे है। इमरजेंसी वार्ड ट्रामा के सीनियर डॉ अनुराग ने बताया कि घायल नैंसी के पेट में गाड़ी का मोटा हिस्सा लग गया है जिससे ऑपरेशन करना पड़ सकता है वही सूरज की हालत भी नाजुक बनी हुई है।
चालक के घर मचा कोहराम
हादसे में जान गंवाने वाले टैम्पो चालक राजू के भाई असीम ने बताया कि वे दोनों ही टेम्पों चलाने का काम करते है। शनिवार सुबह दोनों एक साथ ही निकले थे और असीम आगे निकल गया था जबकि राजू सवारियां भरने के लिए छठा मील पर रुक गया था। भाई असीम ने बताया कि मृतक राजू अपने पीछे पत्नी शाहरुन निशा समेत 3 बच्चो को छोड़ गया है।
ये बच्चे हुए चोटिल
वैन में चालक संतोष कुमार के अलावा सेंट एंटोनी इंटर कॉलेज की अक्षिता सिंह, आयुषी, आकाश, पीयूष, अर्पिता, कुशाग्र त्रिपाठी, अक्षय शुक्ला, रिया, चेतन यादव, शुभ, उज्ज्वल, रिसका यादव और एलपीएस के दिव्यांशी, अजय, प्रखर, ऋ षभ, सचिन व प्रीति वर्मा सवार थे। इनमें से चेतन, रिसिका, अक्षिता को गम्भीर चोटें आई हैं। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इन सभी के शरीर में फ्रैक्चर हैं। जबकि अन्य को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
राहगीर भी हुए शिकार
छठा मील निवासी अन्नू मौर्या अपने बच्चों अनन्या,अभिनव व शिवांश के साथ टेम्पो का इंतजार कर रही थीं। हादसे में उनको भी गम्भीर चोटें आई। जबकि बच्चे मामूली रूप से घायल हुए। वहीं टेम्पो में सवार बीकेटी निवासी व नेशनल कॉलेज की छात्रा नैंसी भी गम्भीर रूप से घायल हो गई। इसके अलावा बंसल इंस्टीट्यूट के बीटेक छात्र विवेक कुमारए सूरज उर्फ सरोज, सुजीत, रोहित, जयहिंद व दीपक का सेमेस्टर पेपर एमसी सक्सेना में था। सभी सड़क किनारे खड़े होकर टेम्पो का इंतजार कर रहे थे। सुजीत