मेरठ। भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता कमल ठाकुर के ठिकानों पर आयकर विभाग (IT) की कार्रवाई ने शहर में हलचल मचा दी है। ठाकुर, उनके साझेदार प्रदीप गुप्ता और संजय जैन के परिसरों पर छापेमारी का सिलसिला शुरू हुआ, जो देहरादून तक जा पहुंचा।
ठाकुर और गुप्ता पर छापा खत्म, जैन के यहां जारी
आयकर विभाग की टीम ने कमल ठाकुर और प्रदीप गुप्ता के परिसरों में कार्रवाई पूरी कर ली है, लेकिन उनके सहयोगी संजय जैन के ठिकानों पर छापेमारी अब भी जारी है। मेरठ के कमला नगर स्थित संजय जैन की कोठी और विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एस्टेट में छानबीन चल रही है।
देहरादून में भी IT की दबिश
आयकर विभाग ने देहरादून में संजय जैन के रिश्तेदार राजीव जैन के घर पर भी कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि राजीव जैन उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी हैं। इसके साथ ही राजीव और संजय जैन के बीच कारोबारी साझेदारी की भी जानकारी सामने आई है।
ठाकुर और प्रदीप गुप्ता का कारोबारी कनेक्शन
कमल ठाकुर, प्रदीप गुप्ता और संजय जैन विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एस्टेट के साझेदार बताए जा रहे हैं। इस पूरे मामले में आयकर विभाग ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं।
राजनीति और कारोबार पर नजर
इस छापेमारी से यह सवाल उठ रहा है कि क्या राजनीति और कारोबार के गठजोड़ पर विभाग की यह कार्रवाई कोई बड़ा खुलासा करेगी। हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले राजीव जैन का नाम सामने आने से इस मामले ने राजनीतिक रंग भी पकड़ लिया है।
आयकर विभाग की कार्रवाई अभी जारी है और इससे जुड़े और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।