बेरूत। आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के खिलाफ इजराइल के हमले में दक्षिणी लेबनान के 29 गांव मलबे में तब्दील हो गए । इजराइल ने यहां हिजबुल्लाह की सुरंगों को निशाना बनाकर आतंकी समूह की कमर तोड़ दी है।
लेबनान के अखबार बेरूत टुडे ने अपनी खबर में यह दावा सैटेलाइट फुटेज के आधार पर किया है। इसमें कहा गया है कि दक्षिणी लेबनान का मेस अल जबल गांव चार नवंबर को इजराइली सेना के शक्तिशाली विस्फोटों में मटियामेट हो गया।
यहां विनाश के अलावा कुछ नहीं बचा है। हिजबुल्लाह आतंकवादियों को सीमा से पीछे धकेलने के उद्देश्य से किए जा रहे हमलों से दक्षिणी लेबनान के गांवों में बार-बार तबाही हो रही है।
म्हाइबेब, मारवाहीन,ओडाइसेह, कफ्र किला हौला और एतारौन गांवों में सब कुछ सेकंडों में मलबे में तब्दील हो गया। इनफार्मेशन इंटरनेशनल के अनुसंधान निदेशक मोहम्मद शामेद्दीन का दावा है कि इजराइल ने सीमा पर कम से कम 29 गांवों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।
लेबनान के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कहा कि इजरायली सेना का यह अभियान युद्ध अपराध है। इस पर इजराइल ने कहा कि उसका मकसद सीमा क्षेत्र में हिजबुल्लाह के सुरंगों के नेटवर्क को नेस्तनाबूत करना है।
लेबनान की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी के अनुसार, लेबनान में मंगलवार को इजराइल की एयर स्ट्राइक में कम से कम 25 लोग मारे गए और 32 अन्य घायल हो गए। इजराइल ने माउंट लेबनान के चौफ जिले के बारजा में एक आवासीय अपार्टमेंट को निशाना बनाया।
इस हमले में 15 लोग मारे गए। गांवों और कस्बों में हुए हमले में 10 अन्य लोग हताहत हुए हैं। इजराइल ने लेबनान और सीरिया के बीच मस्ना-जदीदत याबूस सीमा क्रॉसिंग पर एक वाहन को निशाना बनाया।
इस बीच, हिजबुल्लाह ने दावा किया कि उसके लड़ाकों ने गोलान में इजराइल की 810वीं हरमोन ब्रिगेड के मुख्यालय माले गोलानी बैरक पर रॉकेटों से हमला किया। कई इजरायली शहरों में भी रॉकेट दागे हैं।