“छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या में क्रूरता की हदें पार, सिर पर 15 चोटों के निशान, लीवर के चार टुकड़े, और हार्ट फटा हुआ पाया गया। डॉक्टरों ने इसे अपने करियर का सबसे बेरहम मामला बताया।”
छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि हत्या के दौरान उनके साथ क्रूरता की सारी हदें पार की गईं। उनके सिर पर चोट के 15 गहरे निशान पाए गए हैं। इसके अलावा, उनका लीवर चार टुकड़ों में फटा हुआ और पांच पसलियां टूटी हुई मिली हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का खुलासा:
डॉक्टरों ने बताया कि:
- गर्दन टूट चुकी थी।
- हार्ट को फटा हुआ पाया गया।
- शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट के गंभीर निशान थे।
डॉक्टर ने कहा, “मैंने अपने 12 साल के करियर में इतना क्रूर मामला नहीं देखा।” यह मामला पत्रकारिता की स्वतंत्रता और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
हत्या का उद्देश्य और जांच:
इस निर्मम हत्या के पीछे का उद्देश्य अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस ने कहा है कि हत्या के संदर्भ में कई पहलुओं की जांच की जा रही है।
पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल:
इस घटना ने न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या पत्रकारिता करना आज के समय में जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है?
“देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।”
विशेष संवाददाता- मनोज शुक्ल