नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि मौजूदा टैक्स व्यवस्था अगले साल 16 सितम्बर से बंद हो जाएगी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने में कोई बाधा नहीं है।
फिक्की की 89वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए अरुण जेटली ने बताया कि जीएसटी विधेयक को लागू करने में किसी तरह की अड़चन आने की आशंका नहीं है।
जीएसटी परिषद को अभी कई निर्णय लेने हैं। दस बड़े फैसले लिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि आदर्श रूप में जीएसटी एक अप्रैल 2017 से शुरू होना चाहिए था, लेकिन कानून को अप्रैल और 16 सितम्बर के बीच प्रभावी होना संवैधानिक अनिवार्यता है।
जेटली ने विमुद्रीकरण को मोदी सरकार का एक साहसिक फैसला बताया। उन्होंने कहा कि भारत के पास नोटबंदी पर फैसला लेने की क्षमता है। अब यहां कि अर्थव्यवस्था कमजोर नहीं है।
दुनिया में भारत को एक उभरती शक्तियों के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही नए नोट पूरी तरह से प्रक्रिया में आ जाएंगे। इसमें ज्यादा लंबा समय नहीं लगेगा।