Monday , July 14 2025

Box Office: ईद पर सलमान खान की रिलीज फिल्मों ने कमाएं हैं 1500 करोड़ से ज्यादा

सलमान ख़ान की फ़िल्म 'रेस 3' ईद के मौक़े पर 15 जून को रिलीज़ हो चुकी है। इस फ़िल्म में सलमान ख़ान अपने चित-परिचित अंदाज़ में पर्दे पर आए हैं। ऊपर से ईद का उल्लास है, इसलिए 'रेस 3' से काफ़ी उम्मीदें हैं। जैसा कि माना जा रहा था कि बॉक्स ऑफ़िस पर सलमान कोई नया रिकॉर्ड बना सकते हैं, तो उन्होंने साल 2018 की बंपर ओपनिंग का रिकॉर्ड कायम कर लिया है। यदि ईद पर रिलीज़ हुई सलमान की पिछली फ़िल्मों की बात की जाए तो सलमान को उनके फैंस 1500 करोड़ से ज़्यादा की ईदी दे चुके हैं। 2017 में ईद पर 23 जून को सलमान की फ़िल्म 'ट्यूबलाइट' रिलीज़ हुई थी। इस प्रयोगधर्मी फ़िल्म में सलमान ख़ान ने एक मासूम शख़्स का किरदार निभाया था, जो सलमान की ऑनस्क्रीन इमेज के बिल्कुल उलट है। 'ट्यूबलाइट' को वो रिस्पांस नहीं मिला, जिसकी सलमान की फ़िल्मों से उम्मीद रहती है। फिर भी 'ट्यूबलाइट' ने 121 करोड़ के आस-पास जमा कर लिये। ट्रेड ने इस कलेक्शन को औसत कहा, मगर सलमान बार-बार 'ट्यूबलाइट' को सक्सेसफुल कहते रहे हैं। 2016 में सलमान ख़ान की फ़िल्म 'सुल्तान' रिलीज़ हुई। अली अब्बास ज़फ़र डायरेक्टेड फ़िल्म में सलमान पहलवान बने। फ़िल्म ने 300 करोड़ से ज़्यादा कलेक्शन घरेलू बॉक्स ऑफ़िस पर किया। अनुष्का शर्मा फ़िल्म में पहली बार सलमान के अपोज़िट नज़र आयी थीं। 2015 की ईद पर सलमान 'बजरंगी भाईजान' बने। इस फ़िल्म को कबीर ख़ान ने ही डायरेक्ट किया था। फ़िल्म एक ऐसी बच्ची के इर्द-घूमती है, जो पाकिस्तानी है और भूलवश भारत में रह जाती है। सलमान उसे छोड़ने पाकिस्तान जाते हैं। सलमान का ये बजरंगी वाला अंदाज़ भी फ़ैंस को पसंद आया और भाईजान 321 करोड़ लेकर घर गए। 2014 में प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला ने अपने करियर को ज़ोरदार 'किक' दी और डायरेक्टर बन गए। सलमान ने फ़िल्म में रॉबिनहुड टाइप का किरदार निभाया। भाई का ये अंदाज़ भी फ़ैंस को ख़ूब पसंद आया और 232 करोड़ 'किक' को मिले। 2012 की ईद पर सलमान पहली बार इंटेलीजेंस एजेंट टाइगर पर पर्दे पर आये। कबीर ख़ान डायरेक्टेड फ़िल्म में कटरीना कैफ़ उनकी लीडिंग लेडी थीं। 'एक था टाइगर' के ज़रिए सलमान के फैंस ने 199 करोड़ की ईदी दी। 2011 की ईद पर सलमान की 'बॉडीगार्ड' रिलीज़ हुई। इस फ़िल्म को साउथ सिनेमा के डायरेक्टर सिद्दीक़ ने डायरेक्ट किया था। करीना कपूर फ़िल्म की लीडिंग लेडी थीं। फ़िल्म ने 149 करोड़ घरेलू बॉक्स ऑफ़िस पर जमा किये। 2010 में सलमान ख़ान 'दबंग' इंस्पेक्टर चुलबुल पांडे बनकर हिंदी सिनेमा के पर्दे पर नज़र आए। फ़ैंस ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया और अभिनव कश्यप को 140 करोड़ का डायरेक्टोरियल डेब्यू मिला। वैसे ईद पर सलमान के इस शानदार सफ़र की शुरुआत 2009 में आई 'वांटेड' से हुई थी। तब तक सलमान को भी नहीं पता था कि ईद का त्योहार उनके करियर के लिए इतना अहम होने वाला है। प्रोडक्शन में देरी होने की वजह से 'वांटेड' 2009 की ईद पर रिलीज़ हुई थी। फ़िल्म ने 60 करोड़ जमा किए थे और ज़बर्दस्त हिट रही थी। आएशा टाकिया सलमान की लीडिंग लेडी बनीं। इस फ़िल्म से प्रभु देवा ने हिंदी सिनेमा में बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया था और सलमान को असफलता के दौर से बाहर निकाला। 'वांटेड' से पहले सलमान की 'गॉड तुसी ग्रेट हो', 'हीरोज़' और 'युवराज' फ्लॉप रही थीं। रेस 3 इस फ्रेंचाइजी की तीसरी फ़िल्म है। रेमो डिसूज़ा ने इसे निर्देशित किया है। सलमान ख़ान के आने से रेस 3 इस फ्रेंचाइजी की सबसे बड़ी फ़िल्म बन गई है। सलमान के साथ बॉबी देओल, अनिल कपूर, साकिब सलीम, जैकलीन फ़र्नांडिस और डेज़ी शाह मुख्य स्टार कास्ट का हिस्सा हैं। देखते हैं, दर्शक इस बार सलमान को कितने करोड़ की ईदी देते हैं।

सलमान ख़ान की फ़िल्म ‘रेस 3’ ईद के मौक़े पर 15 जून को रिलीज़ हो चुकी है। इस फ़िल्म में सलमान ख़ान अपने चित-परिचित अंदाज़ में पर्दे पर आए हैं। ऊपर से ईद का उल्लास है, इसलिए ‘रेस 3’ से काफ़ी उम्मीदें हैं। जैसा कि माना जा रहा था कि …

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Instagram पर बिना फॉलो किए इन तरीकों से बढ़ाएं अपने फॉलोवर्स

हम आपके लिए दो ऐसे तरीके लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप इंस्टाग्राम पर बिना किसी को फॉलो किए अपने फॉलोवर्स बढ़ा सकते हैं। जानते हैं इन 2 तरीकों के बारे में एप्स की मदद से बढ़ाएं फॉलोवर्स Step 1: गूगल प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर पर जाएं। इसके बाद Instafollow टाइप करें और एप को डाउनलोड करें। Step 2 : एप को डाउनलोड करने के बाद जरूरी जानकारियों को भरें। इसके बाद एप के होम पेज पर जाएं और किसी के भी प्रोफाइल को सर्च करें। इसके बाद उस प्रोफाइल पर बले Follow बटन को क्लिक कर दें। Step 3: इसके बाद दूसरे टैब में जाएं। यहां फॉलो करने के बाद मिले प्वाइंट्स को जमा करें। इससे आपको जरुरी फॉलोवर्स मिल सकेंगे। Step 4: इसी प्रक्रिया को उतनी बार दोहराएं जितने फॉलोवर्स आपको चाहिएं। इन आसान तरीकों से करें अपने इंस्टाग्राम स्टोरी को हाइड यह भी पढ़ें वेबसाइट की मदद से बढ़ाएं फॉलोवर्स Step 1: अपने ब्राउजर पर Instatrain.org टाइप करें और फिर इंटर करें। क्या Whatsapp पर मंडरा रहा है खतरा, जानें इन 7 वजहों को यह भी पढ़ें Step 2: इसके बाद वेबसाइट पर अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल की जानकारियों को लिखें। Step 3: इसके बाद आप देखेंगे कि आपके अकाउंट में कई फॉलोवर्स जुड़ चुके हैं और वो भी फ्री में

हम आपके लिए दो ऐसे तरीके लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप इंस्टाग्राम पर बिना किसी को फॉलो किए अपने फॉलोवर्स बढ़ा सकते हैं। जानते हैं इन 2 तरीकों के बारे में एप्स की मदद से बढ़ाएं फॉलोवर्स Step 1: गूगल प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर पर जाएं। इसके बाद …

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Smoking की आदत से छुटकारा दिलाएंगे ये 3 एप्स, जानें फीचर्स

क्या आप या फिर आपके आस-पास कोई ऐसा है जिसे धूम्रपान की आदत लग गई है? एक रिसर्च में इस बात की जानकारी दी गई है कि 10 में से 7 भारतीयों को धूम्रपान से होने वाले अंजाम के बारे में पता होता है लेकिन फिर भी 53 फीसदी लोग धूम्रपान छोड़ नहीं पाते हैं। ऐसे में हम तीन एप्स लेकर आए हैं जो धूम्रपान छुड़ाने में आपकी मदद करेंगे। जानते हैं इन एप्स के नाम और फीचर्स के बारे में। QuitNow: एप को 10 लाख यूजर्स ने डाउनलोड किया है। एप को प्ले स्टोर पर 4.3 स्टार मिला है। एप को 36 हजार से ज्यादा यूजर्स ने रेटिंग दी है। एप की साइज 15 एमबी है। फीचर्स: यह एक ऑन लाइन कम्यूनिटी है। एप का एक बड़ा सोशल नेटवर्क है, जिसमें 44 भाषाओं का स्पोर्ट मिलता है। एप में आपको धूम्रपान और स्वास्थ्य को चेक करने के लिए ट्रैकर दिया गया है। एप में कई प्रोग्राम दिए गए हैं जिनकी मदद से धूम्रपान की लत से छुटकारा पाया जा सकता है। इन 3 एप्स की मदद से सीखें Cooking के सारे टिप्स, मिलेंगी तीन लाख ये भी ज्यादा Recipes यह भी पढ़ें Smoke Free: एप को 10 लाख यूजर्स ने डाउनलोड किया है। एप को प्ले स्टोर पर 4.7 स्टार मिला है। एप को 36 हजार से ज्यादा यूजर्स ने रेटिंग दी है। एप की साइज 42 एमबी है। 200 से भी ज्यादा देशों से भारत में ट्रांसफर कर सकते हैं पैसे, करें इन 3 एप्स का इस्तेमाल यह भी पढ़ें फीचर्स: यह एक ऑन लाइन कम्यूनिटी है जिसमें धूम्रपान करने वाले और धूम्रपान नहीं करने वाले दोनों ही शामिल हैं। धूम्रपान की लत से छुटकारा पाने में एप आपकी मदद करता है। एप आपको बताता है कि धूम्रपान छोड़ने की वजह से आपने दिन में कितनी बचत की है। साथ ही एप आपको बताता है कि आपके शरीर में कितना सुधार आया है। Quit Smoking- Cessation Nation: एप को 1 लाख यूजर्स ने डाउनलोड किया है। एप को प्ले स्टोर पर 4.5 स्टार मिला है। एप को 6 हजार से ज्यादा यूजर्स ने रेटिंग दी है। एप की साइज 3.3 एमबी है। फीचर्स: एप आपकी हर उपलब्धि पर एक बैच देता है। एप न सिर्फ धूम्रपान सेवन, बजत और फायदे के बारे में जानकारी देता है बल्कि ये आपके हेल्थ रिपोर्ट में कितना सुधार आया है इसकी एक डिटेल्ड रिपोर्ट भी देता है।

क्या आप या फिर आपके आस-पास कोई ऐसा है जिसे धूम्रपान की आदत लग गई है? एक रिसर्च में इस बात की जानकारी दी गई है कि 10 में से 7 भारतीयों को धूम्रपान से होने वाले अंजाम के बारे में पता होता है लेकिन फिर भी 53 फीसदी लोग …

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दर्द में डूबी जिंदगी में खुशियों के कुछ पल, …आैर खिल उठे थके चेहरे

इन थके चेहरों पर खुशी और अानंद की ताजगी थी। थोड़ी देर के लिए ही सही, दर्द पर खुशी भारी पड़ रही थी। 90 साल की जीत रानी आैर 73 साल की ऊषा अपनों द्वारा दिए दर्द को भूलकर बच्‍चों की तरह झूम रही थीं, गा रही थीं। कभी जिनको जिगर का टुकड़ा समझकर अपनी खुशियां कुर्बान कर दी थीं, उन्‍होंने जिंदगी में दुख और दर्द भर दिया। लेकिन, उनका कहना है जब बच्‍चे अपनी दुनिया मेें खुश हैं तो हम क्‍यों दुखी रहें। माैका था चंडीगढ़ के सेक्टर-43 स्थित सीनियर सिटीजन होम में वर्ल्‍ड एल्डर अवेयरनेस डे के मौके पर कार्यक्रम का। कार्यक्रम को स्टेट लीगल सर्विस आथॉरिटी (सालसा) की तरफ से आयोजित किया गया। इसमें सेक्टर-43 के अलावा सेक्टर-15 के सीनियर सिटीजन होम के बजुर्गो ने भी भाग लिया और जमकर मस्ती की। इस मौके पर सालसा में इंटर्न करने वाले लॉ के स्टूडेंट्स ने शानदार नाटक का मंचन किया और समाज में बुजुर्गों की उपेक्षा की ओर ध्‍यान खींचा। उन्‍होंने नाटक के जरिए बजुर्गों के अधिकारों के प्रति भी अवगत कराया। चंडीगढ़ के गौरव को फेसबुक ने दिया दो करोड़ का पैकेज यह भी पढ़ें कार्यक्रम के दौरान युवाओं के साथ नाचते-गाते बुजुर्ग। कुछ लोगों को गेहूं की रोटी से भी कैंसर का खतरा, जानें कहीं आप भी तो उनमें शामिल नहीं यह भी पढ़ें कार्यक्रम सालसा के सदस्‍य सचिव महाबीर सिंह और नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी के कन्‍वीनर बीके कपूर भी मौजूद रहे। काफी संख्‍या में समाजसेवियों ने भी कार्यक्रम में हिस्‍सा लिया और बुजुर्गों की खुशियों में शामिल हुए। कार्यक्रम के बुजुर्गों का मस्‍ती देखने लायक थी, हालांकि जश्‍न के बीच उनका दर्द भी छलक पड़ता था। इन बुजुर्गों का कहना है, ' हमउम्र लोगों के साथ रहते हैं और खुशी-खुशी जीवन जी रहे हैं। लेकिन, दर्द उस समय होता है जब याद आता है कि बच्चों ने खुद के आराम और खुशी के लिए हमें छोड़ दिया।' कार्यक्रम के दौरान 90 साल की अम्‍मा जीतरानी के साथ सेल्‍फी लेते युवा। 'बाबे भंगड़े पौदें ने' पर बुजुर्गो ने किया जमकर लगाए ठुमके कार्यक्रम में भांगड़े का भी आयोजन किया गया। इसमें बजुर्गो ने गुरदास मान के गीत 'बाबे भांगड़ा पौदें ने' पर जमकर डांस किया। 90 साल की जीत रानी गुप्‍ता तो डांस में मगन हो गईं और उनके साथ नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी के कन्‍वीनर बीके कपूर भी शामिल हो गए। इस दौरान उन्‍होंने बीेके कपूर के हाथों को चूम लिया। उनकी खुशी देख वहां मौजूद लोगों की आखें भर आईं। कार्यक्रम के दौरान कुछ बजुर्गों ने शेरो-शायरी के माध्‍यम से भी अपने दर्द बयां किए। मशहूर शायरी राहत इंदौरी की शायरी को विलसन मासिव ने इस प्रकार पेश किया- ' पत्थरों के शहर में कच्चे मकान कौन रखता है, आजकल हवा के लिए रोशनदान कौन रखता है, अपने घर की कलह से फुर्सत मिले तो सुनें आजकल पराई दीवार पर कान कौन रखता है।'

इन थके चेहरों पर खुशी और अानंद की ताजगी थी। थोड़ी देर के लिए ही सही, दर्द पर  खुशी भारी पड़ रही थी। 90 साल की जीत रानी आैर 73 साल की ऊषा अपनों द्वारा दिए दर्द को भूलकर बच्‍चों की तरह झूम रही थीं, गा रही थीं। कभी जिनको …

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जो अफसर आराम के लिए नैनीताल आएं हैैं वेे वापस जाएं: डॉ. इंदिरा हृदयेश

नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश ने प्रशासन की लापरवाही से नैनीताल में पर्यटन प्रभावित होने का आरोप लगाया। कहा कि अधिकारियों ने नैनीताल को अपनी आरामगाह बना दिया है। जो अफसर आराम के लिए नैनीताल आएं हैं वह काम नहीं कर सकते तो तत्काल नैनीताल छोड़ दें। साथ ही हल्द्वानी में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थित पर आंदोलन की चेतावनी दी। रविवार को एक होटल में आयोजित प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नैनीताल जिले में भारी पुलिस फोर्स है, लेकिन फिर भी आपराधिक घटनाओं का खुलासा नहीं किया जा रहा। अब कांग्रेस पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली के खिलाफ जनता को साथ लेकर सड़क पर उतरेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने सितारगंज चीनी मिल को बंद कर दिया है। सर्वाधिक लाभ में चलने वाली बाजपुर चीनी मिल भी बंदी के कगार पर है। वित्तीय प्रबंधन में सरकार पूरी तरह विफल है।

नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश ने प्रशासन की लापरवाही से नैनीताल में पर्यटन प्रभावित होने का आरोप लगाया। कहा कि अधिकारियों ने नैनीताल को अपनी आरामगाह बना दिया है। जो अफसर आराम के लिए नैनीताल आएं हैं वह काम नहीं कर सकते तो तत्काल नैनीताल छोड़ दें। साथ ही हल्द्वानी …

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एसजीएक्स को निफ्टी कांट्रेक्ट में अगस्त के बाद भी ट्रेडिंग जारी रखने की अनुमति

सिंगापुर एक्सचेंज (एसजीएक्स) ने कहा है कि आर्बिट्रेटर यानी आर्बिट्रेशन के पीठासीन अधिकारी ने उसे एसजीएक्स निफ्टी कांट्रेक्ट में ट्रेडिंग अगस्त के बाद भी जारी रखने की अनुमति दी है। सिंगापुर एक्सचेंज ने एक बयान में बताया कि एसजीएक्स और इंडिया इंडेक्स सर्विसेज एंड प्रोडक्ट्स लिमिटेड (आइआइएसएल) के बीच चल रही आर्बिट्रेशन प्रक्रिया में 14 जून को पीठासीन अधिकारी ने आर्बिट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद के कम से कम दो महीनों के कांट्रेक्ट की अनुमति दी जानी चाहिए। हालांकि एसजीएक्स को न्यू इंडिया इक्विटी डेरिवेटिव्स उत्पाद लांच न करने का भी निर्देश दिया गया है। 11 अप्रैल को एसजीएक्स ने इस तरह के उत्पाद लांच करने की अनुमति दी थी। एसजीएक्स के अनुसार इस मामले में आर्बिट्रेशन प्रक्रिया जारी है और सबूतों पर सुनवाई अगले साल के शुरू में चालू होने की उम्मीद है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की इंडेक्स कंपनी आइआइएसएल को राहत देते हुए एसजीएक्स के न्यू इंडिया डेरिवेटिव्स उत्पाद लांच करने पर रोक लगा दी गई थी। दोनों कंपनियों के बीच मामला 23 मई से चल रहा है। अमेरिका और एशिया के शेयर बाजार में शानदार रिकवरी, SGX निफ्टी 10300 के पार यह भी पढ़ें क्या है मामला: आइआइएसएल से मिले लाइसेंस के अनुसार एसजीएक्स को अगस्त तक एसजीएक्स निफ्टी कांट्रेक्टों में कारोबार की अनुमति थी। तीन भारतीय बाजारों एनएसई, बीएसई और मेट्रोपोलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया ने फरवरी में विदेशी बाजारों में भारतीय शेयर सूचकांकों में ट्रेडिंग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की घोषणा की थी। इन तीनों एक्सचेंजों ने लिक्विडिटी के विदेशी बाजारों में प्रवाह को रोकने के लिए संयुक्त प्रयास के तहत यह कदम उठाया था। एसजीएक्स ने एनएसई के निफ्टी इंडेक्स में ट्रेडिंग शुरू करने की घोषणा की। उसने भारत की 50 शीर्ष कंपनियों में सिंगल स्टॉक फ्यूचर्स में ट्रेडिंग की बात कही थी। इसके बाद भारतीय शेयर बाजारों को एकजुट होकर कदम उठाना पड़ा।

सिंगापुर एक्सचेंज (एसजीएक्स) ने कहा है कि आर्बिट्रेटर यानी आर्बिट्रेशन के पीठासीन अधिकारी ने उसे एसजीएक्स निफ्टी कांट्रेक्ट में ट्रेडिंग अगस्त के बाद भी जारी रखने की अनुमति दी है। सिंगापुर एक्सचेंज ने एक बयान में बताया कि एसजीएक्स और इंडिया इंडेक्स सर्विसेज एंड प्रोडक्ट्स लिमिटेड (आइआइएसएल) के बीच चल …

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रिटायरमेंट के लिए उम्र के किस-किस पड़ाव पर आपको करनी चाहिए सेविंग, जानिए

रिटायरमेंट के लिए हर कोई थोड़ी-थोड़ी सेविंग करता ही है। यह एक ऐसा समय होता है जो आपके जीवन में आराम के साथ-साथ कई तरह की चिंताएं भी लेकर आता है। बचत किन तरीकों से करनी चाहिए यह जानना भी सबसे अहम होता है। हमें यह मालूम होना चाहिए कि किस उम्र से रिटायरमेंट के लिए सेविंग करना शुरू करना बेहतर होता है। आपको रिटायरमेंट को एक लक्ष्य बनाकर चलना चाहिए और उसी हिसाब से प्लानिंग करनी चाहिए। नौकरीपेशा लोगों के लिए रिटायरमेंट की उम्र आमतौर पर 60 होती है। सेविंग के लिए सजग रहने के बावजूद देखा गया है कि कई लोग रिटायरमेंट की प्लानिंग करने में देरी कर देते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उन्हें पता ही नहीं होता कि इसकी प्लानिंग कब से शुरू करनी चाहिए। हम आपको अपनी इस खबर में बता रहे हैं कि रिटायरमेंट के लिए कब से सेविंग करना बेहतर रहेगा। युवा अवस्था: वर्ष 1980 के बाद पैदा होने वाले लोग थोड़ी सी ही सेविंग करते हैं। इन लोगों में महंगी लाइफस्टाइल का शौक होता है। जैसे कि गैजेट्स रखना, रेस्टॉरेंट में खाना खाना, ईएमआई पर चीजें खरीदना, एजुकेशन लोन लेना इत्यादि। इस उम्र में लोगों को रिटायरमेंट प्लानिंग से कुछ खास लेना-देना नहीं होता है। इस उम्र में जो लोग थोड़ा बुद्धिमान होते हैं उन्हें भी रिटायरमेंट की प्लानिंग की सुध बहुत बाद में आती है। नौकरीपेशा लोगों के लिए नौकरी का शुरूआती समय कार बंगला या एक लग्जरी लाइफ-स्टाइल मेंटेन करने में बीतता है। इस उम्र में आपको अपनी आय एक अंश रिटायरमेंट के लिए सेव जरूर करना चाहिए। महंगाई ध्यान में रखकर करें रिटायरमेंट प्लानिंग यह भी पढ़ें 35 से 45 साल की उम्र में: यह वह उम्र होती है जब जिम्मेदारियां बढ़ती रहती हैं, जिससे फाइनेंस का दबाव बहुत अधिक रहता है। 35 से 45 वर्ष की आयु के दौरान आपको कई तरह की जिम्मेदारियां भी निभानी पड़ सकतीं हैं, लेकिन आपकी प्राथमिकता रिटायरमेंट के लिए सेविंग होनी चाहिए। आपको इस दौरान अपनी आय का 20 फीसद हिस्सा रिटायरमेंट के लिए बचाना शुरू कर देना चाहिए, आप इसे 40 से 50 फीसद तक भी ले जा सकते हैं। रिटायरमेंट से कुछ समय पहले: रिटायरमेंट के करीब बच्चों की शिक्षा और शादी के लिए रिटायरमेंट सेविंग बहुत जरूरी होती है। यह फेज हर व्यक्ति की लाइफ में आता है। अगर आपको लगता है कि आप पर शिक्षा संबंधी बहुत सारी जिम्मेदारियां आने वाली हैं तो आपको अपनी आय का 15 फीसद हिस्सा सेव करना ही चाहिए।

रिटायरमेंट के लिए हर कोई थोड़ी-थोड़ी सेविंग करता ही है। यह एक ऐसा समय होता है जो आपके जीवन में आराम के साथ-साथ कई तरह की चिंताएं भी लेकर आता है। बचत किन तरीकों से करनी चाहिए यह जानना भी सबसे अहम होता है। हमें यह मालूम होना चाहिए कि …

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OMG! जब श्रीलंकाई क्रिकेट टीम ने मैदान में उतरने से कर दिया इंकार

अंपायर अलीम डार और इयान गोल्ड ने तीसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले गेंद बदलने के निर्देश दिए थे क्योंकि वे दोनों गेंद की स्थिति से संतुष्ट नहीं थे। दूसरे दिन जिस गेंद का उपयोग किया गया था उससे, अंपायरों को गेंद से छेड़छाड़ का आभास लग रहा था इसलिए उन्होंने तीसरे दिन दूसरी गेंद से मैच कराने का निर्णय लिया। विंडीज ने श्रीलंका के 253 रन के जवाब में अपनी पहली पारी में 2 विकेट पर 118 रन बनाए हैं। श्रीलंकाई टीम ने अंपायरों के फैसले का विरोध किया और मैदान पर उतरने से इंकार किया। अंपायरों, मैच रैफरी जवागल श्रीनाथ और श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चांदीमल के बीच चर्चा के बाद करीब 90 मिनट देरी से मैच शुरू हो सका। अगर वह मैदान पर नहीं आते तो रैफरी टीम पर गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगा सकते थे। मैदान पर नहीं आने की वजह से श्रीलंका को 5 रनों की पेनल्टी मिली और विंडीज के स्कोर में पांच रन जोड़े गए। यह पहला मौका नहीं है जब किसी टीम ने विरोध के तौर पर मैदान पर आने से मना कर दिया था। 2006 में क्रिकेट इतिहास में पहली बार इस तरह की घटना हुई थी। उस समय इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में पाकिस्तान ने भी ऐसा ही किया था। जब अंपायर डैरेल हेयर और बिली डॉक्ट्रोव ने पाकिस्तान पर गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्हें 5 पेनल्टी रन गंवाने पड़े थे। पाकिस्तान की टीम ने इस टेस्ट के चौथे दिन चायकाल के बाद मैदान पर आने से मना कर दिया था।

अंपायरों के गेंद बदलने के निर्णय से नाराज श्रीलंका ने विंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को यहां मैदान पर उतरने से इंकार कर दिया। श्रीलंकाई टीम करीब एक घंटे तक मैदान में नहीं उतरी। अंपायर अलीम डार और इयान गोल्ड ने तीसरे दिन का खेल …

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FIFA WC : क्रोएशिया ने नाइजीरिया को हराया, इटेबो का आत्मघाती गोल

क्रोएशिया शनिवार को फुटबॉल विश्व कप के ग्रुप 'डी' में नाइजीरिया पर 2-0 से संघर्षपूर्ण जीत दर्ज कर ग्रुप में शीर्ष पर पहुंच गया। ओघेनेकारो इटेबो के आत्मघाती गोल और लुका मॉडरिक द्वारा पेनल्टी पर दागे गए गोल से क्रोएशिया ने यह जीत दर्ज की। 13वें मिनट में क्रोएशिया की तरफ से पहला हमला बोला गया जब मेंडुकिक के मूव पर पेरिसिक का शॉट क्रॉस बार से थोड़ा बाहर से निकल गया। नाइजीरिया के एलेक्स लोबी ने क्रोएशियाई रक्षकों को व्यस्त रखा और उन्होंने कई हमले बोले, लेकिन उनके प्रयास नाकाम रहे। क्रोएशिया ने मैच के 32वें मिनट में बढ़त बनाई जब इटेबो ने आत्मघाती गोल दागा। मॉ‍डरिक द्वारा लिए गए कॉर्नर पर मारियो मेंडुकिक के हैडर को इटेबो अपने गोल में ही पहुंचा बैठे। नाइजीरिया की तरफ से पिछले विश्व कप (2014) में भी आत्मघाती गोल दागा गया था, उस वक्त फ्रांस के खिलाफ प्री-क्वार्टर फाइनल में मिली हार के दौरान जोसेफ योबो आत्मघाती गोल कर बैठे थे। क्रोएशिया हाफटाइम तक 1-0 से आगे था। इसके बाद क्रोएशिया को 72वें मिनट में पेनल्टी मिली जब नाइजीरिया के विेलियम इकोंग ने बॉक्स के अंदर बेवजह मेंडुकिक को गिराया। इस पर मिली पेनल्टी पर मॉडरिक ने गोल दागते हुए क्रोएशिया को 2-0 से आगे कर दिया। फ्रांस में 1998 विश्व कप की सेमीफाइनलिस्ट क्रोएशियाई टीम अपनी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई। वैसे क्रोएशिया के लिए यह अच्छा रहा कि पिछले विश्व कप के अपने पहले मैच में उसे ब्राजील के हाथों 1-3 से हार झेलनी पड़ी थी। इस ग्रुप में हुए इससे पहले के मैच में आइसलैंड ने अर्जेंटीना को 1-1 की बराबरी पर रोका। लियोनेल मैसी इस मैच में पेनल्टी चूके और उनकी टीम को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था। क्रोएशिया को अब गुरुवार को लियोनेल मैसी की अर्जेंटीना से भिड़ना होगा। इसके अगले दिन नाइजीरिया को आइसलैंड का मुकाबला करना है।

क्रोएशिया शनिवार को फुटबॉल विश्व कप के ग्रुप ‘डी’ में नाइजीरिया पर 2-0 से संघर्षपूर्ण जीत दर्ज कर ग्रुप में शीर्ष पर पहुंच गया। ओघेनेकारो इटेबो के आत्मघाती गोल और लुका मॉडरिक द्वारा पेनल्टी पर दागे गए गोल से क्रोएशिया ने यह जीत दर्ज की। 13वें मिनट में क्रोएशिया की …

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मोदी को रोकने के लिए हेमंत सोरेन और लालू यादव से हाथ मिलाएंगे दीपंकर

धुर वामपंथी पार्टी भाकपा माले बदल रही है। कभी झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन एवं राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को भ्रष्ट बतानेवाली माले 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों नेताओं की पार्टियों से गठजोड़ करने की कोशिश कर रही है। झामुमो एवं राजद के रास्ते माले महागठबंधन में शामिल होने की तैयारी कर रही है। माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने रांची में झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन एवं पटना में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मिलकर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। हालांकि, लालू से भेंट के बारे में उनका कहना है कि वे सिर्फ उनका तबीयत जानने मिले थे। माले में यह बदलाव अचानक ही नहीं हुआ है। मोदी लहर में माले को अपना अस्तित्व खतरे में दिख रहा है। अपने दोनों प्रमुख क्षेत्र झारखंड एवं बिहार में माले सिकुड़ती जा रही है। पार्टी को यह समझ मे आ गया है कि जिस तरह पूरे देश में मोदी लहर है उसमें 2019 के लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में एकला चलो नीति पार्टी के लिए घातक साबित हो सकती है। अपने दिवंगत नेता महेंद्र सिंह के शहादत दिवस पर बगोदर की जनसभा में ही माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने संकेत दे दिया था कि मोदी को रोकने के लिए वे गठबंधन की राजनीति कर सकते हैं। एक समय था कि जब माले वामपंथी पार्टियां भाकपा, मासस एवं माकपा से रिश्ता नहीं रखती थी क्योंकि दोनों कांग्रेस, राजद एवं झामुमो से चुनावी तालमेल करती थी। माले के कारण व्यापक वाम एकता कायम नहीं हो पाती थी। आज उसी माले के सबसे बड़े नेता दीपंकर भट्टाचार्य खुद लालू यादव एवं हेमंत सोरेन से जाकर मिल रहे हैं। हेमंत सोरेन बोले, सॉफ्ट हिंदुत्व के हथियार से भाजपा से लड़ेगा झामुमो यह भी पढ़ें पिछले दो दशक से एकला चलो नीति पर चलकर माले झारखंड एवं बिहार के कुछ खास हिस्सों में काफी मजबूत हुई है। लेकिन, 2014 चुनाव में नरेंद्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व में पूरे देश में भाजपा के पक्ष में आंधी चली, उसमें माले की भी जमीन खिसक गई। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है माले का बगोदर विधानसभा सीट गंवाना। राजधनवार सीट जीतकर भी माले बगोदर की भरपाई नहीं कर सकी। महेंद्र सिंह की धरती बगोदर से माले की पहचान बन गयी थी। इस सीट पर भाजपा का कमल खिलना माले के लिए बहुत बड़ा झटका था। झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से एक सीट कोडरमा में माले की स्थिति मजबूत थी। 2014 के चुनाव में माले वहां भाजपा की निकटतम प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरी थी। लेकिन इस सीट पर भाजपा को कड़ी टक्कर देने वाले माले विधायक राजकुमार यादव का राज्यसभा चुनाव में वोट रद होने से माले की भद पिट गई। राजकुमार यादव पर भाजपा प्रत्याशी प्रदीप सोंथालिया को अप्रत्यक्ष समर्थन देने का आरोप लगा था। पार्टी ने इसके लिए उन्हें सभी कमेटियों से निलंबित करते हुए उनके खिलाफ जांच कमेटी बैठाई थी। जांच कमेटी ने तो विधायक राजकुमार को क्लीन चिट दे दी लेकिन इस आरोप के कारण कट्टर भाजपा विरोधी उनकी छवि को गहरा झटका लगा है। माले के लिए कोडरमा लोकसभा सीट बहुत ही खास है। इस सीट को जीतने की पार्टी को काफी उम्मीदे हैं। महागठबंधन से यहां झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी भी दावेदार हैं। इस कारण माले इस बार महागठबंधन में शामिल होकर यहां भाजपा को हराने की रणनीति पर काम कर रही है। दीपंकर भट्टाचार्य का हेमंत सोरेन से मिलना इसी रणनीति का एक हिस्सा है। मासस के निरसा विधायक अरूप चटर्जी की कोशिश है कि माले और झाविमो दोनों महागठबंधन में शामिल हो। बाबूलाल मरांडी के लिए वे मासस की धनबाद लोकसभा सीट छोड़ने की बात करते हैं। 19 फुट ऊंचे मंच से पीएम मोदी रखेंगे मिशन 2019 की नींव यह भी पढ़ें सूत्रों के अनुसार बिहार में माले लालू यादव से दोस्ती कर सिवान एवं आरा लोकसभा सीट पर समर्थन चाहती है। राजद से वहां माले के विरोध का मूल कारण उसके बाहुबली नेता शहाबुद्दीन थे। जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष चंद्रशेखर की हत्या को लेकर माले और राजद में वहां काफी विवाद था। लेकिन, शहाबुद्दीन को सजा होने के बाद से राजद वहां कमजोर हुआ है। इस सीट पर भाजपा को रोकने के लिए लालू माले को समर्थन देने पर विचार कर सकते हैं। इस संबंध में दीपंकर भट्टाचार्य का कहना है कि भाजपा आरएसएस के एजेंडे को लागू कर रही है। इससे देश एवं संविधान खतरे में है। भाजपा को रोकने के लिए माले दूसरी राजनीतिक पार्टियों से हाथ मिलाएगी।

धुर वामपंथी पार्टी भाकपा माले बदल रही है। कभी झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन एवं राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को भ्रष्ट बतानेवाली माले 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों नेताओं की पार्टियों से गठजोड़ करने की कोशिश कर रही है। झामुमो एवं राजद के रास्ते माले महागठबंधन में शामिल होने …

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