पटना । एनआईटी घाट के पास शनिवार शाम करीब 40 लोगों से भरी नाव गंगा नदी में डूब गई। अब तक 21 शव गंगा से निकाले जा चुके हैं। मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने का एलान किया गया है।
बताया जा रहा है कि हादसा NIT घाट से थोड़ी ही दूरी पर हुआ। बताया जा रहा है कि कई लोग तैरकर बाहर आ गए। अभी भी कुछ लोग लापता हैं। मौके पर एम्बुलेंस न होने से लोगों ने हंगामा किया। एनआईटी घाट पर परिजनों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। घटना के दो घंटे बाद NDRF और SDRF की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ।
नीतीश कुमार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि जिस वक्त हादसा हुआ, उस वक्त वहां पतंगबाजी देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा थे।
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कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इसमें करीब 70 लोग सवार थे। नाव करीब 15 से 20 मीटर ही आगे बढ़ी थी कि मोटर बंद हो गया और नाव अचानक डूबने लगी। अफरातफरी में कई लोग नाव से कूदे। तब तक नाव पूरी तरह बैठ गई। 19 लोग तैरकर बाहर निकले। इन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। शाम आठ बजे तक गंगा नदी से 21 शव निकाले जा चुके थे। बाकी करीब 30 लोगों की तलाश में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगी हुई थीं।
अंधेरे से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी
घटनास्थल दियारा में होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी हो रही है। अंधेरा होने के कारण लोगों को ढूढ़ने में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को दिक्कत हो रही है। पटना डीएम, सिटी एसपी और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। हालांकि अब तक कई लोग लापता हैं।
क्षमता से ज्यादा लोग थे सवार
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो नाव पर क्षमता से ज्यादा लोगों के सवार होने के कारण यह हादसा हुआ। नाव जैसे ही किनारे से 15 मीटर आगे बढ़ी ज्यादा वजन होने के कारण गंगा की धारा में बैठ गई। कुछ लोगों का कहना था कि एक छेद था, जिसके कारण नाव में अचानक पानी भरने लगा। घटना के बाद गंगा के किनारे कोहराम मच गया। गंगा घाट पर चीत्कार मच गया और लॉ कॉलेज घाट पर किनारे पर खड़े लोग चीखने चिल्लाने लगे।
निरस्त किया गया पतंगोत्सव
घटना से पहले प्रशासनिक तैयारियों में कमी के कारण चार दिवसीय पतंगोत्सव को एक दिन में ही निरस्त कर दिया गया। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के एमडी उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि रविवार से कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है। वर्ष 2012 में शुरू हुए पतंग उत्सव को पहली बार एक दिन में ही निरस्त करना पड़ा है।
सीएम ने दिया जांच का आदेश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाव हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने अधिकारियों को इस हादसे की जांच करने का आदेश दिया है। नाव हादसे की जानकारी मिलते ही राज्य आपदा प्रबंधन बल-एसडीआरएफ घटनास्थल पर पहुंच गई है। जिलाधिकारी सहित शासन-प्रशासन के अधिकारी भी वहां पहुंच चुके हैं। डीएम के अनुसार हादसे में शाम सात बजे तक एक की मौत हुई है।