नई दिल्ली। देशभर के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को मजबूत वित्तीय सहयोग देने की दिशा में, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पीएनबी एमएसएमई आउटरीच कार्यक्रम के रूप में यह मासिक रणनीतिक पहल 20 मई 2025 को शुरू की जा रही है, जिसका उद्देश्य पूरे भारत में एमएसएमई इकाइयों को सुलभ, त्वरित और डिजिटल ऋण सेवाएं प्रदान करना है।
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पीएनबी की यह योजना विभिन्न ऋण उत्पादों को एक मंच पर लाकर MSMEs के लिए व्यवसाय में विस्तार और संचालन को सरल बनाएगी। इसमें आकर्षक ब्याज दरें, न्यूनतम दस्तावेज़ीकरण और डिजिटल प्रक्रियाएं शामिल हैं।
🔸 उपलब्ध प्रमुख ऋण समाधान:
- पीएनबी जीएसटी एक्सप्रेस: नकदी प्रवाह पर आधारित, तत्काल पात्रता जांच और सैद्धांतिक स्वीकृति के साथ।
- पीएनबी ट्रेड ग्रोथ: जीएसटी रिटर्न या खाते में जमा के आधार पर लोन, किसी स्टॉक स्टेटमेंट या फाइनेंशियल डॉक्युमेंट की जरूरत नहीं।
- डिजी एमएसएमई ऋण: सभी आउटरीच केंद्रों पर डिजिटल ज़ोन से तत्काल ऑफर लेटर।
- पीएनबी एक्सपोर्ट एक्सप्रेस: 10 लाख से 50 करोड़ रुपये तक के लोन, निर्यात बढ़ाने वाले एमएसएमई के लिए।
कार्यक्रम के तहत योग्य ग्राहक ऑन-द-स्पॉट पात्रता जांच, परामर्श और सैद्धांतिक स्वीकृति प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, पीएम विश्वकर्मा, पीएम स्वनिधि और मुद्रा लोन जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ भी डिजिटल माध्यमों से लिया जा सकता है।
इस पहल की जानकारी देते हुए पीएनबी के एमडी एवं सीईओ श्री अशोक चंद्र ने कहा, “एमएसएमई हमारे देश के आर्थिक इंजन हैं। यह कार्यक्रम न केवल वित्तीय सेवाओं की पहुंच को बढ़ाता है, बल्कि एमएसएमई और औपचारिक बैंकिंग सिस्टम के बीच की खाई को भी पाटता है।”
ग्राहक इस सेवा का लाभ अपनी नजदीकी पीएनबी शाखा, PNB One ऐप या बैंक की हेल्पलाइन के माध्यम से उठा सकते हैं। यह कार्यक्रम हर महीने आयोजित किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक उद्यमी इससे जुड़ सकें और अपने कारोबार को मजबूती दे सकें।